संसदीय समितियों में कांग्रेस का 4 सीटों पर कब्जा, लोकसभा में मिली 3 सीटें
केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच संसदीय समितियों को लेकर बातचीत लगभग समाप्त हो गई है। कांग्रेस लोकसभा में 3 और राज्यसभा में एक सीट पर अपना कब्जा करने में सफल रही है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कांग्रेस को लोकसभा में विदेश मामलों की स्थायी समिति, कृषि संबंधी स्थायी समिति और ग्रामीण विकास संबंधी स्थायी समिति के लिए सीटें मिलेंगी। वहीं, राज्यसभा में विपक्षी पार्टी को शिक्षा संबंधी स्थायी समिति के लिए 1 सीट मिलेगी।
कांग्रेस ने मांगे थे 5 अध्यक्ष पद
समितियों को लेकर सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच काफी समय से बातचीत चल रही थी, जिसके बाद यह निर्ण हुआ। कई दौर की बैठकों में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, लोकसभा में उपनेता गौरव गोगोई, मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश और हेरम रमेश शामिल थे। कांग्रेस ने 5 समितियों के अध्यक्ष पद मांगे थे, जिसमें 4 लोकसभा और 1 राज्यसभा की थी। पार्टी ने राज्यसभा में गृह मामलों की महत्वपूर्ण समिति की मांग की थी।
पिछली सरकार में कांग्रेस के पास थी केवल 1 सीट
पिछली लोकसभा में जब कांग्रेस के पास 53 सदस्य थे, तब पार्टी के पास सिर्फ एक समिति की अध्यक्षता थी। इस बार कांग्रेस के पास लोकसभा में 99, जबकि समाजवादी पार्टी (37), तृणमूल कांग्रेस (29) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (22) विपक्षी पार्टियों के पास भी लोकसभा में संख्या है। ऐसे में इन पार्टियों को भी समितियों में कुछ प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद है। 16 अगस्त को गठित 5 अन्य समितियों में कांग्रेस को लोक लेखा समिति का पद मिला था।
संसद में कुल 24 स्थायी समितियां
संसद में कुल 24 स्थायी समितियां हैं, जिनमें 16 लोकसभा और 8 राज्यसभा में हैं। समिति के अध्यक्ष का चुनाव संख्या बल के अनुसार होता है। समितियों का काम विधेयक की समीक्षा करना, कार्यात्मक शाखा की निगरानी करना और रिपोर्ट तैयार करना है।