राज्यसभा में सैनिकों की कमी का मांगा गया आंकड़ा, केंद्र ने "सुरक्षा" कारणों से इंकार किया
राज्यसभा में केंद्र सरकार ने सशस्त्र बलों में कर्मियों की कमी का आंकड़ा बताने से इंकार कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह मामला सुरक्षा से जुड़ा है। संसद में सैनिकों की कमी का आंकड़ा कांग्रेस सांसद अनिल कुमार यादव मंडाडी ने रक्षा मंत्रालय से मांगा था। उन्हें रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ की ओर से लिखित में जवाब देते हुए इंकार किया गया है। मामले पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नाराजगी जताई है।
क्या पूछा था कांग्रेस सांसद ने सवाल?
कांग्रेस सांसद मंडाडी ने पूछा था, "क्या सरकार सशस्त्र बलों में अधिकारियों, सैनिकों और चिकित्सा अधिकारियों सहित विभिन्न श्रेणियों में पदों की कमी से अवगत है। अगर सरकार इससे अवगत है तो इन रिक्तियों को दूर करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।" इस पर मंत्री संजय सेठ ने 2 लाइन का जवाब दिया कि मांगी गई जानकारी "राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित एक संवेदनशील परिचालन मामला है" और ऐसे विवरण का खुलासा करना राष्ट्रीय हित में नहीं होगा।
खड़गे ने क्या कहा?
नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए अंग्रेजी में लिखा कि आपकी अयोग्य सरकार ने अब सशस्त्र बलों में रिक्तियों पर महत्वपूर्ण आंकड़ा छिपाकर देश को गुमराह करना और संस्थानों को कमजोर करना शुरू कर दिया है। उन्होंने लिखा, 'केंद्र सरकार पिछले कुछ वर्षों में रिक्तियों की जानकारी देती रही है, लेकिन अचानक इसे उपलब्ध कराने से क्यों इंकार किया जा रहा है। क्या आपको अग्निवीर जैसे फैसले को लेकर कोई डर है।'