कांग्रेस अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर 150 शहरों में करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर देशव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की है। इसके तहत सभी कांग्रेस सांसद और कांग्रेस कार्य समिति (CWC) सदस्य रविवार और सोमवार को देश के 150 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसी तरह पार्टी ने आगामी सप्ताह को 'अम्बेडकर सम्मान सप्ताह' के रूप में मनाने की भी घोषणा की है। बता दें कि कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र में भी जमकर विरोध किया था।
पवन खेड़ा ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की घोषणा
शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि संसद के दोनों सदनों के पार्टी सांसद और CWC सदस्य 22 और 23 दिसंबर को देशभर के 150 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस दौरान शाह के इस्तीफे की पुरजोर मांग उठाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने संविधान के प्रणेता डॉक्टर अंबेडकर के सम्मान में आगामी सप्ताह को 'अम्बेडकर सम्मान सप्ताह' के रूप में मनाने का निर्णय किया है। इस दौरान कई कार्यक्रम होंगे।
कांग्रेस ने बनाई देशभर में 'बाबासाहेब अंबेडकर सम्मान मार्च' की योजना
कांग्रेस 24 दिसंबर को देशभर में जिला मुख्यालयों पर 'बाबासाहेब अंबेडकर सम्मान मार्च' आयोजित करेगी। कांग्रेस नेता केवी वेणुगोपाल ने कहा, "सभी कांग्रेस कार्यकर्ता अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। मार्च में सबसे आगे उनकी विशाल फोटो रखी जाएगी और हमारी प्रमुख मांगों को लेकर विशाल तख्तियां लेकर चलेंगे।" उन्होंने बताया कि मार्च के बाद कार्यकर्ता जिला कलेक्टरों के माध्यम से शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपेंगे।
कांग्रेस गांधीजी के ऐतिहासिक 1924 अधिवेशन का स्मरण करेगी
खेड़ा ने शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों पर इस मुद्दे पर पश्चातापहीन होने का आरोप लगाया है और संविधान के प्रति कथित अवमानना के लिए भाजपा की आलोचना की है। खेड़ा ने यह भी बताया कि कांग्रेस महात्मा गांधी के ऐतिहासिक 1924 बेलगावी अधिवेशन का जश्न 26 दिसंबर को एक विस्तारित CWC बैठक और 27 दिसंबर को एक रैली के साथ मनाएगी। इस दौरान पार्टी अपनी अल्पकालिक और मध्यम अवधि की कार्य योजनाओं पर चर्चा करेगी।
कांग्रेस क्यों कर रही है शाह के इस्तीफे की मांग?
दरअसल, कांग्रेस राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान गृह मंत्री शाह द्वारा डॉक्टर अम्बेडकर पर की गई टिप्पणियों को लेकर उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। बहस के दौरान शाह ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने बार-बार अंबेडकर का अनादर किया तथा उन्हें जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। शाह ने यह भी कहा था कि अब अंबेडकर का नाम बार-बार लेना एक फैशन बन गया है।