संसद में धक्का-मुक्की मामला: राहुल गांधी पर FIR में क्या-क्या लगे हैं आरोप?
संसद के शीतकालीन सत्र में गुरुवार (19 दिसंबर) को सदन के अंदर और बाहर जमकर हंगामा हुआ। गृह मंत्री अमित शाह के डॉक्टर अंबेडकर पर दिए गए बयान पर पक्ष और विपक्ष के प्रदर्शन के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इसमें गिरने से 2 भाजपा सांसद घायल हो गए। इस संबंध में भाजपा ने दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई गई FIR में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर कई आरोप लगाए हैं। आइए उन सभी आरोपों पर नजर डालते हैं।
भाजपा सांसद हेमांग जोशी ने राहुल पर लगाए ये आरोप
भाजपा सांसद हेमांग जोशी की ओर से पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में दर्ज कराई गई FIR में आरोप लगाया गया है कि राहुल ने भवन में प्रवेश के लिए निर्धारित मार्ग का उपयोग करने के सुरक्षाकर्मियों के निर्देशों का उल्लंघन किया था। उन्होंने INDIA गठबंधन के अन्य सांसदों को बल और आक्रामकता के साथ भाजपा के विरोध को बाधित करने के लिए भी उकसाया। इससे विपक्ष के सांसदों ने आक्रामकता दिखाई और भाजपा सांसदों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
FIR में क्या बताई गई पूरी घटना?
FIR के अनुसार, भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत सहित अन्य सांसद विपक्ष द्वारा फैलाई गई गलत सूचना के खिलाफ सुबह 10 बजे संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष राहुल सुबह 10:40 से 10:45 बजे के बीच घटनास्थल पर पहुंचे। उस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उनसे निर्धारित प्रवेश मार्ग से आने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने NDA सांसदों को शारीरिक नुकसान पहुंचाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से उनके निर्देशों की अनदेखी कर दी।
राहुल पर लगा जानबूझकर धक्का देने के आरोप
भाजपा सांसद जोशी ने FIR में आरोप लगाया है कि राहुल को लापरवाही और जानबूझकर की गई कार्रवाई में पता था कि गिरने से सांसदों को गंभीर या जानलेवा चोटें आ सकती है। इसके बाद भी उन्होंने कथित तौर पर सांसदों को धक्का दिया। FIR में यह भी कहा गया है कि राहुल की इस जानबूझकर की गई कार्रवाई से सांसद राजपूत के सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट आई है, जबकि सारंगी के माथे पर चोट आई है।
कांग्रेस ने भी दर्ज कराई है शिकायत
इस मामले में कांग्रेस की ओर से भी पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। कांग्रेस ने शिकायत में आरोप लगाया है कि भाजपा सांसदों ने विरोध मार्च के दौरान उसके सांसदों को धक्का दिया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे घायल हो गए। राहुल ने भी दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का दिया और संसद में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद वहां के हालात बेकाबू हो गए।
कांग्रेस ने की CCTV फुटेज सार्वजनिक करने की मांग
इस मामले में राहुल ने कहा, "हम चाहते हैं कि भाजपा CCTV फुटेज तुरंत जारी करें। सच्चाई सामने आएगी और सभी को सच्चाई पता चल जाएगी।" कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, 'पूरे संसद में CCTV का जाल है। चिड़िया बिना CCTV में कैद हुए फड़फड़ा नहीं सकती। इसके बावजूद भाजपा झूठ का महल बना रही है। यह एक चुनौती है, हमें राहुल गांधी द्वारा किसी को धक्का दिए जाने का CCTV फुटेज दिखाएं। उसके बाद सबकुछ साफ हो जाएगा।'
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रदर्शन पर लगाई रोक
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद परिसर में प्रदर्शन के दौरान हुई धक्का-मुक्की के बाद सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी संसद सदस्य, सदस्यों का समूह और राजनीतिक दल संसद भवन के किसी भी द्वार पर प्रदर्शन नहीं करेगा।
गृह मंत्री के किस बयान पर हुआ विवाद?
17 दिसंबर को राज्यसभा में संविधान पर बहस का जवाब देते हुए शाह ने कहा था कि कांग्रेस अभी अंबेडकर-अंबेडकर का जाप कर रही है, इतना जाप अगर भगवान का कर लेते तो स्वर्ग चले जाते। शाह ने कहा था, "कांग्रेस को अंबेडकर का नाम लेने की ज्यादा जरूरत है, लेकिन जनता सब जानती है कि उसका मकसद क्या है?" कांग्रेस ने इस बयान को अंबेडकर का अपमान बताया और मल्लिकार्जुन खड़गे ने शाह के इस्तीफे की मांग की है।