पीयूष गोयल पर INDIA के सांसदों को 'देशद्रोही' कहने का आरोप, विपक्ष लाया विशेषाधिकार प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल के विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के सांसदों को कथित तौर पर देशद्रोही कहकर संबोधित करने पर विवाद छिड़ गया है। विपक्ष के सांसदों ने असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर गोयल के खिलाफ एक विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश करते हुए माफी की मांग की है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह जांच करेंगे और शब्द को रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा।
पीयूष गोयल ने क्या कहा था?
गोयल ने न्यूजक्लिक को लेकर सामने आई रिपोर्ट पर कहा था, "कांग्रेस और उसके अहंकारी सहयोगी दल चीनी मीडिया का समर्थन कर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इस गंभीर विषय पर सदन में चर्चा की जरूरत है।" उन्होंने आगे कहा, "अहंकारी गठबंधन की पार्टियां देश के खिलाफ दुष्प्रचार की फंडिंग करती हैं और उस पैसे का इस्तेमाल भारत विरोधी ताकतें देश के खिलाफ करती हैं। राहुल गांधी का चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ क्या रिश्ता है?"
कांग्रेस ने पीयूष गोयल पर साधा निशाना
कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'आज दोपहर 1 बजे राज्यसभा में INDIA के नेताओं ने विपक्ष को 'देशद्रोही' कहकर संबोधित करने के लिए सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ एक विशेषाधिकार प्रस्ताव प्रस्तुत किया। हम उनकी माफी की मांग करते हैं।' कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोयल के बयान की जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने हम पर पैसे लेने का आरोप लगाते हुए देशद्रोही कहा है।
विपक्ष ने राज्यसभा से किया वॉकआउट
विपक्ष की पार्टियों ने पीयूष गोयल की कथित टिप्पणी को लेकर पूरे दिन के लिए राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया है। जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'आपसी सहमति वाले प्रस्ताव के आधार पर मणिपुर पर तत्काल चर्चा से मोदी सरकार लगातार इनकार कर रही है। सदन के नेता पीयूष गोयल ने INDIA की पार्टियों के नेताओं के खिलाफ अत्यंत आपत्तिजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य टिप्पणियां की हैं और वह इसके लिए माफी मांगने से इनकार कर रहे हैं।"
भाजपा ने उठाया था न्यूजक्लिक की चीनी फंडिग का मामला
गोयल के बयान से पहले भाजपा के सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा में न्यूजक्लिक की चीनी फंडिग का मामला उठाया था। भाजपा ने न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि समाचार वेबसाइट न्यूजक्लिक को चीन से फंडिग मिल रही है और उसे अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम द्वारा वित्तपोषित किया गया है। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2021 में सरकार के आलोचक मीडिया प्लेटफॉर्म न्यूजक्लिक के कार्यालय पर छापा मारा था।