नोटों पर लक्ष्मी की फोटो छपने से सुधर सकती है रुपये की स्थिति- स्वामी
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा है कि नोटों पर धन की देवी लक्ष्मी की फोटो छापने से भारतीय मुद्रा की स्थिति सुधर सकती है। मध्य प्रदेश के खंडवा में स्वामी विवेकानंद व्याख्यानमाला में भाषण देते हुए स्वामी ने यह बात कही। हैरान करने वाली बात यह है कि देश में अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है, लेकिन सरकार और उससे जुड़े लोग इस पर ध्यान देने की बजाय ऊटपटांग बातें कर रहे हैं।
लक्ष्मी की तस्वीर सुधार सकती है मुद्रा की स्थिति- स्वामी
इंडोनेशिया के नोटों पर छपी भगवान गणेश की तस्वीर से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए स्वामी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी इस सवाल का जवाब दे सकते हैं। मैं इसके पक्ष में हूं। भगवान गणेश बाधाएं हटाते हैं। मैं तो कहूंगा कि नोटों पर लक्ष्मी की तस्वीर भारतीय मुद्रा की स्थिति सुधार सकती है। किसी को इसके बारे में बुरा नहीं लगना चाहिए।" बता दें कि फिलहाल एक डॉलर की कीमत 70 रुपये से ऊपर है।
यह है भारत की अर्थव्यवस्था का हाल
देश की GDP विकास दर लगातार गिरती जा रही है और जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 4.5 प्रतिशत रही थी। इससे पहले 2013 में GDP की विकास दर इस स्तर पर थी। सरकार ने खुद 2019-20 वित्त वर्ष में विकास दर 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जो उम्मीद से कम है। अगर बेरोजगारी की बात करें तो इसकी दर पिछले सात दशक में सबसे अधिक है। नवंबर 2019 में देश की बेरोजगारी दर 7.48 प्रतिशत रही।
देश में आर्थिक मंदी नहीं- वित्त मंत्री
एक तरफ जहां अर्थशास्त्री और वैश्विक संस्थान भारत में आर्थिक मंदी की बात कह रहे हैं, वहीं देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बात को नकार रही हैं। उन्होंने कहा था कि विकास दर में कमी जरूर आई है, लेकिन आर्थिक मंदी नहीं है।
ऑटो सेक्टर के संकट के लिए युवा जिम्मेदार- सीतारमण
पिछले साल सीतारमण ने ऑटो सेक्टर के संकट और वाहनों की बिक्री में कमी के लिए युवाओं को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था, "युवा लोन पर गाड़ी खरीदने और उसकी किश्ते चुकाने की बजाय ओला-उबर जैसी टैक्सी सेवाओं को पसंद करते हैं।" उनका यह बयान उस समय आया था, जब कारों और दूसरे वाहनों की बिक्री में लगातार कई महीनों तक गिरावट देखी गई थी और यह सेक्टर अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा था।
शादियों से अर्थव्यवस्था को जोड़ चुके हैं केंद्रीय मंत्री
पिछले साल नवंबर में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी ने अर्थव्यवस्था को शादियों से जोड़ा था। उन्होंने कहा था कि एयरपोर्ट और ट्रेन भरे हुए हैं और लोग शादियां कर रहे हैं, इससे संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था ठीक है। अंगड़ी ने कहा कि कुछ लोग आर्थिक संकट का दावा करके प्रधानमंत्री मोदी की छवि को खराब करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा।
पीयूष गोयल ने उठा दिया था गणित पर सवाल
वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अर्थव्यवस्था के आंकड़े देखने के लिए गणना में नहीं जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि आपको उस गणना में नहीं जाना चाहिए कि पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने के लिए 12 प्रतिशत की दर से विकास करने की जरूरत है। गणित ने आइंस्टीन को गुरुत्वाकर्षण की खोज करने में मदद नहीं की। अगर फॉर्मूलों और पुराने ज्ञान के हिसाब से चलते तो इस दुनिया में कोई खोज नहीं होती।