#NewsBytesExplainer: विपक्ष के गठबंधन का INDIA नाम किसने सुझाया था और पर्दे के पीछे क्या-क्या हुआ?
क्या है खबर?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में कांग्रेस समेत 26 विपक्षी पार्टियों की 2 दिवसीय बैठक में गठबंधन का नया नाम तय हुआ।
सभी पार्टियों ने गठबंधन का नाम इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) रखने पर सहमति हुईं और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका आधिकारिक ऐलान किया।
सभी पार्टियों के नेताओं ने इस नाम को तय करने से पहले आपस में काफी मंथन किया था। आइए जानते हैं कि नाम रखने के पीछे की पूरी कहानी क्या रही।
नाम
राहुल ने दिया था INDIA नाम का सुझाव
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने सबसे पहले गठबंधन का नाम INDIA रखने का सुझाव दिया था।
हालांकि, वह इस नए नाम को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) ममता बनर्जी की मंजूरी चाहते थे।
बतौर रिपोर्ट्स, ममता गठबंधन के नए नाम से सहमत हो गईं और उन्होंने INDIA में 'N' अक्षर का मतलब 'नेशनल' की जगह 'न्यू' रखने का सुझाव दिया।
चर्चा
नाम तय करने को लेकर देर रात तक हुई चर्चा
बता दें कि INDIA में 'D' अक्षर को लेकर भी काफी समय तक अनौपचारिक चर्चा हुई थी, जिसमें 'डेमोक्रेटिक' या 'डेवलपमेंटल' नाम को लेकर फैसला लिया गया।
कुछ नेताओं ने बैठक के पहले दिन डिनर के बाद गठबंधन के नाम पर चर्चा करने और संयुक्त बयान को अंतिम रूप देने के लिए देर रात तक चर्चा की।
चर्चा के दौरान तय किया गया था कि ममता गठबंधन के नए नाम को प्रस्तावित करेंगी।
सुझाव
राहुल ने INDIA नाम रखने के पीछे क्या तर्क दिया?
राहुल ने गठबंधन का नाम INDIA रखने के पीछे तर्क भी पेश किया था। उन्होंने कहा कि इस नाम के जरिए विपक्ष आसानी से 'INDIA बनाम NDA' की कहानी बयां सकता है और लोगों को बता सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के खिलाफ हैं।
गौरतलब है कि राहुल ने बैठक के बाद गठबंधन के नाम को लेकर एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने लिखा, 'भारत जुड़ेगा, INDIA जीतेगा।'
विरोध
नीतीश कुमार ने किया था INDIA नाम का विरोध
NDTV के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन का नया नाम INDIA रखने का विरोध किया था।
उन्होंने कथित तौर पर कहा कि गठबंधन का नाम देश के नाम पर कैसे रखा जा सकता है। उन्होंने INDIA और NDA का नाम एक जैसे लगने पर भी आपत्ति जताई थी।
हालांकि, अंत में वह मान गए और कहा कि जब बाकी सभी पार्टी राजी हैं तो यही नाम रख लेते हैं।
सुखाव
गठबंधन के नए नाम के लिए ये सुझाव भी आए
विपक्षी गठबंधन के नए नाम के लिए अन्य कई सुझाव भी आए थे।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने राहुल की 'भारत जोड़ो यात्रा' की सफलता की ओर इशारा करते हुए 'भारत जोड़ो अलायंस' नाम का सुझाव दिया था।
नीतीश कुमार ने 'नेशनल मैन फ्रंट' और सीताराम येचुरी ने 'वी फॉर इंडिया' नाम का सुझाव दिया।
इसके अलावा 'सेव इंडिया अलायंस', 'सेकुलर इंडिया अलायंस' और 'इंडियन पीपल्स फ्रंट' जैसे नाम भी सुझाए गए।
बैठक
AAP ने कही सीट बंटवारे को प्राथमिकता देने की बात
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विपक्ष के गठबंधन को नया नाम देने से ज्यादा महत्वपूर्ण सीट बंटवारे की व्यवस्था तय करना है।
केजरीवाल के अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी तर्क दिया कि गठबंधन के नाम से ज्यादा राज्यों में पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा मुख्य मुद्दा है और इस पर पहले चर्चा की जानी चाहिए।