केंद्रीय मंत्री बोले- अर्थव्यवस्था ठीक क्योंकि लोग कर रहे शादियां
क्या है खबर?
देश में आर्थिक मंदी को लेकर मोदी सरकार के एक और मंत्री ने अजीबो-गरीब बयान दिया है।
कर्नाटक के बेलगाम से सांसद और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी ने कहा है कि एयरपोर्ट और ट्रेन भरे हुए हैं और लोग शादियां कर रहे हैं, इससे संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था ठीक है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आर्थिक संकट का दावा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
बयान
क्या कहा अंगडी ने?
अगडी शुक्रवार को टूंडला-खुर्जा रेलवे कॉरिडोर का निरीक्षण करने उत्तर प्रदेश आए हुए थे और इसी दौरान उन्होंने ये बयान दिया।
यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा, "अर्थव्यवस्था ठीक चल रही है। एयरपोर्ट भरे हुए हैं, ट्रेनें भरी हुई हैं, लोग शादियां कर रहे हैं। कुछ लोग बिना किसी बात के नरेंद्र मोदी की छवि को खराब कर रहे हैं।"
अंगडी ने कहा कि भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा।
बयान
"हर तीन साल में होती है अर्थव्यवस्था में मांग की कमी"
अर्थव्यवस्था पर अपना "ज्ञान" देते हुए अंगडी ने कहा, "हर तीन साल में अर्थव्यवस्था में मांग की कमी होती है। ये एक चक्र है। इसके बाद अर्थव्यवस्था ऊपर भी उठती है।" उन्होंने टूंडला-खुर्जा रेलवे कॉरिडोर से आर्थिक गतिविधियां बढ़ने की बात भी कही।
अन्य बयान
ये मंत्री भी दे चुके हैं आर्थिक मंदी पर अजीबो-गरीब बयान
ये पहली बार नहीं है जब देश के किसी केंद्रीय मंत्री ने आर्थिक मंदी की बात को नकारते हुए ऐसा अजीबो-गरीब बयान दिया हो।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कारों की बिक्री में आई गिरावट के लिए युवाओं की ओला-उबर प्रयोग करने की बात को बताया था।
वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि लोगों को इस गणित में नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि गणित ने कभी भी ग्रेविटी की खोज में आइंस्टीन की मदद नहीं की।
अजीबो-गरीब बयान
रविशंकर प्रसाद ने फिल्मों की कमाई को अर्थव्यवस्था से जोड़ा
सीतारमण और गोयल के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी फिल्मों की कमाई को अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए सबकुछ ठीक होने की बात ही थी।
उन्होंने कहा था, "फिल्में बड़ा कारोबार कर रही हैं। 2 अक्टूबर को 3 फिल्में रिलीज हुईं... राष्ट्रीय अवकाश के दिन इन तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये का कारोबार किया। अब जब देश में इकॉनमी थोड़ी साउंड (मजबूत) है, तभी तो 120 करोड़ रुपये का रिटर्न एक दिन में आ रहा है।"
आर्थिक मंदी
मंदी के दौर से गुजर रही है भारतीय अर्थव्यवस्था
बता दें कि आर्थिक वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में भारत की विकास दर गिरकर 5 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।
इस बीच ऑटो सेक्टर पर भी बड़ा आर्थिक संकट छाया हुआ है और पिछले कई महीने से बिक्री और उत्पादन में कमी दर्ज की जा रही है।
इस आर्थिक मंदी को देखते हुए क्रेडिट एजेंसी मूडीज, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और विश्व बैंक ने भारत की विकास दर का अनुमान घटा दिया है।