बंगाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बोले- जल्द लागू करेंगे CAA, महामारी के कारण आई देरी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि नागरिक संशोधन कानून (CAA) को लागू करने में कोरोना वायरस महामारी के कारण देरी हुई है और अब महामारी के कमजोर पड़ने के बाद इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने ये बात कही। उन्होंने ये भी कहा कि CAA के नियम बनाए जा रहे हैं।
नड्डा बोले- हम CAA के लिए प्रतिबद्ध
अगले साल होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राज्य के एक दिवसीय दौरे पर आए नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "कोविड-19 महामारी के कारण CAA के कार्यान्वयन में देरी आई थी। हालांकि चूंकि अब स्थिति में धीरे-धीरे सुधार रही है, इसके नियम बनाए जा रहे हैं। CAA को जल्द ही लागू किया जाएगा और आप सभी को इस कानून का लाभ मिलेगा। हम इसके लिए प्रतिबद्ध है।"
क्या है CAA?
नागरिकता कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अत्याचार का सामना करने के बाद हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के जो लोग 31 दिसंबर, 2014 तक भारत आए थे, उन्हें भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। इसके बाद आने वाले इन धर्मों के लोगों को छह साल भारत में रहने के बाद नागरिकता दे दी जाएगी। पहले सबकी तरह उन्हें 11 साल भारत में रहना अनिवार्य था।
कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे करोड़ों लोग
भारतीय संविधान की धर्मनिरपेक्षता और धर्म के आधार पर भेदभाव न करने की अवधारणा के खिलाफ पहली बार नागरिकता को धर्म से जोड़ने और मुस्लिम समुदाय के लोगों को इससे बाहर रखने इस कानून का जमकर विरोध हुआ था। इस कानून के खिलाफ देशभर में करोड़ लोग सड़क पर उतर आए थे और इसके कारण सरकार को कई बार इस पर सफाई देनी पड़ी थी। अभी तक इस कानून के नियम तय नहीं हुए हैं और इसकी प्रक्रिया जारी है।
CAA के विरोध में सड़कों पर उतरी थीं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल में भी CAA का जबरदस्त विरोध हुआ था और खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसके खिलाफ सड़कों पर उतरी थी। राज्य में इस कानून का राजनीतिक महत्व भी है और इसके बहाने भाजपा हिंदू वोटों को साधना चाहती है। यही कारण है कि अब बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने भाषण में CAA का जिक्र किया है और पार्टी चुनाव में इसे एक बड़ा मुद्दा बना सकती है।
नड्डा बोले- बांटो और राज करो की नीति पर यकीन करती हैं ममता
सोमवार को अपने संबोधन में नड्डा ने ममता बनर्जी की सरकार पर 'बांटो और राज करो' की नीति अपनाने और केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं को राज्य में लागू न करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदीजी की नीति समावेशी और सबके विकास की है। हमारा नारा 'सबका साथ, सबका विकास' है, जबकि ममता बनर्जी की सरकार बांटो और राज करो की नीति पर भरोसा करती है।"