दिसंबर में होने वाले आंतरिक चुनावों तक भाजपा अध्यक्ष बने रह सकते हैं अमित शाह
अमित शाह इस साल के अंत तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बने रह सकते हैं। दरअसल, गृहमंत्री का पद संभालने के बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि अमित शाह पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं। अमित शाह का पार्टी अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल इस साल जनवरी में खत्म हो रहा था, लेकिन पिछले साल सिंतबर में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक ने पार्टी के चुनावों को लोकसभा चुनावों तक स्थगित कर दिया था।
दिसंबर में होंगे पार्टी के चुनाव
पार्टी में चुनाव नहीं होने के कारण अमित शाह का कार्यकाल बढ़ गया। अब लोकसभा चुनाव खत्म हो गए है इसलिए भाजपा में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो रही है। गुरुवार को पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें चुनावों का शेड्यूल तय किया जाएगा। माना जा रहा है कि दिसंबर तक ये चुनाव हो सकते हैं। इन चुनावों में पार्टी का अगला अध्यक्ष चुना जाएगा। इसलिए दिसंबर तक अमित शाह इस पर बने रहेंगे।
गुरुवार को होगी पार्टी पदाधिकारियों की बैठक
शाह गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेशाध्यक्षों और राज्य प्रभारियों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद 18 जून को उनकी पार्टी के महासचिवों के साथ बैठक होगी। यह भी माना जा रहा था कि पार्टी चुनावों से पहले एक कार्यकारी अध्यक्ष को निुयक्त कर सकती है, लेकिन इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस बात की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, चुनावों पर नजर रखने के लिए एक कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
राजनाथ सिंह के बाद पार्टी अध्यक्ष बने थे अमित शाह
अमित शाह जुलाई, 2014 में राजनाथ सिंह की जगह पार्टी अध्यक्ष बने थे, तब पार्टी राजनाथ का 18 महीने का कार्यकाल शेष था। राजनाथ को मोदी सरकार में गृह मंत्रालय सौंपा गया था। इस वजह से माना जा रहा था कि पार्टी एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत पर चल रही है। जनवरी, 2016 में शाह को तीन साल के कार्यकाल के लिए पार्टी अध्यक्ष चुना गया था। भाजपा में एक व्यक्ति सिर्फ दो बार अध्यक्ष बन सकता है।
नड्डा हो सकते हैं अगले पार्टी अध्यक्ष
शाह को गृह मंत्रालय सौंपे जाने और जेपी नड्डा को सरकार से बाहर रखने के बाद ये माना जा रहा था कि नड्डा को अमित शाह की जगह पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। लोकसभा चुनावों में नड्डा को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सपा-बसपा-रालोद गठबंधन को महज 15 सीटों पर सीमित कर दिया था। पूरे देश की बात करें तो भाजपा ने अपने दम पर 303 सीटें जीती थीं।
गुरुवार से सदस्यता अभियान चलाएगी भाजपा
पार्टी सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को होने वाली बैठक में चुनावों का शेड्यूल तय कर लिया जाएगा। इसकी शुरुआत सदस्यता अभियान से होगी और मंडल, जिला और राज्य स्तर पर चुनाव करवाए जाएंगे। जब 50 फीसदी राज्यों में नए पदाधिकारियों का चुनाव हो जाएगा, उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव कराए जाएंगे। माना जा रहा है कि भाजपा दिसंबर से पहले महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा को छोड़कर सभी राज्यों में आंतरिक चुनाव करवा लेगी।