दिल्ली: हिंसा के बीच फरिश्ता बना भाजपा पार्षद, हिंसक भीड़ से मुस्लिम परिवार को बचाया
क्या है खबर?
नागारिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली हिंसा की आग में जल रही है। तीन दिनों में विभिन्न इलाकों में हुई हिंसक झड़पों में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 160 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
इसी बीच सोमवार रात को यमुना विहार में भाजपा पार्षद प्रमोद गुप्ता एक मुस्लिम परिवार के लिए फरिश्ता बनकर आए और न केवल परिवार की जान बचाई बल्कि उनके घर को आग के हवाले होने से बचा लिया।
दोस्ती
गुप्ता ने दोस्ती निभाते हुए पेश की इंसानियत की मिसाल
वर्तमान में CAA को लेकर जहां एक तबका उसका विरोध कर रहा है, वहीं एक तबका उसके पक्ष में खड़ा है।
पार्षद गुप्ता ने सभी विवादों को पीछे छोड़ते हुए मुस्लिम परिवार के मुखिया शाहिद सिद्दीकी से अपनी सालों पुरानी दोस्ती निभाते हुए इंसानियत की मिसाल पेश की है।
सिद्दीकी के घर की ओर बढ़ती 150 लोगों की भीड़ के आगे गुप्ता खुद खड़े हो गए और उन्हें वहां से जाने पर मजबूर कर दिया।
आपबीती
सिद्दीकी ने मीडिया के सामने बयां किया सोमवार रात का मंजर
सिद्दीकी ने मंगलवार को इंडिया टुडे से बात करते हुए बताया कि सोमवार को जाफराबाद, चांद बाग और मौजपुर में हिंसा होने के बाद रात करीब 11:30 बजे 150 से अधिक लोगों की भीड़ 'जय श्री राम' के नारे लगाते मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र की ओर बढ़ना शुरू कर दिया।
भीड़ उस रास्ते से आ रही थी, जहां पुलिस ने बेरिकेडिंग नहीं की थी। इसके बाद भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे इलाके में दहशत फैल गई।
नुकसान
भीड़ ने किया 20 लाख रुपये से अधिक का नुकसान
सिद्दीकी ने बताया कि भीड़ ने आगे बढ़ते हुए उनके किराएदार के बुटीक को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद उनके गैराज से कार और बाइक को निकालकर आग लगा दी।
वह चिल्लाते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। बुटीक में आग लगने से करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
भीड़ उनके घर की ओर बढ़ने लगी तो पार्षद गुप्ता वहां पहुंच गए। उन्होंने भीड़ को घर पर हमला करने और आग लगाने से रोक लिया।
जानकारी
मौके से भागकर बचाई जान
सिद्दीकी ने बताया कि पार्षद गुप्ता जब भीड़ के आगे खड़े थे तो वह स्थिति को भांपते हुए अपने दो महीने के बच्चे और परिवार सहित वहां से जान बचाकर भाग निकले। गुप्ता ने भीड़ को उनके घर को आग लगाने से रोक लिया।
बिगड़े हालात
तीन दिन से बिगड़े हुए हैं दिल्ली के हालात
CAA के विरोध और समर्थन को लेकर गत तीन दिनों से दिल्ली के हालात बिगड़े हुए हैं। CAA के समर्थक और विरोधियों के बीच सोमवार शाम को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर आदि इलाकों में जमकर हिंसा हुई थी।
इसमें एक हेड कांस्टेबल सहित करीब 7 लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक घायल हो गए।
हिंसा में दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया और कई दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया गया था।
चेतावनी
कपिल मिश्रा ने दिया था भड़काऊ भाषण
CAA को लेकर रविवार को हुई हिंसा के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे दिल्ली पुलिस को तीन दिन का "अल्टीमेटम" दे रहे हैं कि या तो वे जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली करवाएं नहीं उन्हें खुद सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
उन्होंने कहा, "हम दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। ये लोग चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जाने बाद हमें कोई नहीं रोक पाएगा।"