राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा की तैयारियां शुरू, नीतीश कुमार के साथ हुई पहली बैठक
राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनावों में अधिक से अधिक वोट जुटाने के लिए भाजपा ने सहयोगी पार्टियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने इस सिलसिले में गुरुवार शाम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ लंबी बैठक की। यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले कुछ समय से नीतीश और भाजपा के बीच दूरियों को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं।
दो घंटे तक चली बैठक
इंडियन एक्सप्रेस ने बिहार भाजपा के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि नीतीश और प्रधान के बीच करीब दो घंटे तक बातचीत चली थी। पहले इसकी जानकारी किसी को नहीं दी गई थी। बाद में बताया गया कि राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनावों के लिए भाजपा सहयोगी पार्टियों से संपर्क साध रही है। ऐसे भी कयास हैं कि नीतीश कुमार को बिहार से केंद्रीय भूमिका में लाकर उन्हें देश का अगला उप राष्ट्रपति बनाया जा सकता है।
अब इन पार्टियों के साथ होगी मंत्रणा
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के बीच हुई मंत्रणा के बाद धर्मेंद्र प्रधान को नीतीश कुमार से बात करने की जिम्मेदारी दी गई थी। नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के बाद भाजपा अब बीजू जनता दल और YSR कांग्रेस से संपर्क साधेगी। सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों पार्टियों ने राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के साथ जाने के संकेत दिए हैं।
विरोधी पार्टियों के उम्मीदवारों का समर्थन करते आए हैं नीतीश
दो बार से नीतीश कुमार विरोधी पार्टियों के उम्मीदवारों का समर्थन करते आए हैं। 2012 में NDA में रहते हुए नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति पद के लिए विरोधी पार्टियों के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन किया था। इसके बाद 2017 में जब वो राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में शामिल थे, तब उन्होंने NDA के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन किया था। रामनाथ कोविंद के खिलाफ चुनाव लड़ने वालीं मीरा कुमार को उन्होंने समर्थन नहीं दिया था।
चुनावों में भाजपा के लिए आसान होगी राह
भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) आसानी से अपने दम पर राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव जीत सकता है। हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में जीत हासिल कर भाजपा के लिए यह राह और आसान हो गई है। भले ही NDA के लिए यह सफर आसान लग रहा है, लेकिन विपक्षी पार्टियों ने संकेत दिए हैं कि वो इन दोनों पदों के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार उतारेगी।
कब होंगे चुनाव?
इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और अगस्त में उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा। फिलहाल रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति और वेंकैया नायडू 13वें उप राष्ट्रपति हैं। अभी तक चुनावों को लेकर उम्मीदवारों का ऐलान नहीं हुआ है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत में राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचन मंडल (इलेक्टोरल कॉलेज) करता है। इसके सदस्यों का प्रतिनिधित्व आनुपातिक होता है और उनका सिंगल वोट ट्रांसफर होता है। साथ ही उनकी दूसरी पसंद की भी गिनती होती है। राष्ट्रपति चुनाव में सभी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य, लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं। इस वजह से इसे अप्रत्यक्ष चुनाव भी कहा जाता है। सांसदों और विधायकों के वोटों की वेटेज अलग-अलग तरीकों से तय की जाती है।