देश की सुरक्षा तैयारियों पर प्रधानमंत्री मोदी की उच्च-स्तरीय बैठक, यूक्रेन पर भी हुई चर्चा
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश की सुरक्षा तैयारियों पर उच्च-स्तरीय बैठक की। इस बैठक में यूक्रेन युद्ध और इसके कारण बनी वैश्विक परिस्थितियों पर भी चर्चा की गई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बैठक में मौजूद रहे। उनके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और अन्य शीर्ष अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।
बयान
बैठक में क्या-क्या हुआ?
सरकार ने बयान जारी कर बताया कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ समुद्री और वायु क्षेत्र में देश की सुरक्षा तैयारियों के बारे में बताया गया।
इसके अलावा उन्हें यूक्रेन के ताजा हालात और भारत नागरिकों के साथ-साथ अन्य कुछ पड़ोसी देशों के नागरिकों को निकालने के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन गंगा' से संबंधित जानकारियां भी दी गईं।
निर्देश
यूक्रेन में मारे गए छात्र का शव वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा का शव भारत लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश भी दिया। खारकीव में गवर्नर हाउस पर रूस के मिसाइल हमले में नवीन की मौत हो गई थी।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि इससे न केवल हमारी सुरक्षा मजबूत हो, बल्कि आर्थिक विकास भी बढ़े।
यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन मुद्दे पर भारत को बेहद सावधानी से रखने पड़ रहे अपने कदम
बता दें कि यूक्रेन-रूस युद्ध मामले में भारत को बेहद सावधानी के साथ अपनी राह चुननी पड़ रही है और अभी तक उसने किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं किया है।
उसने संयुक्त राष्ट्र (UN) और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में किसी भी पक्ष के समर्थन में वोट नहीं किया था।
भारत ने साफ किया है कि वह चाहता है कि मामले का समाधान बातचीत के जरिए हो, इसलिए वह किसी का पक्ष नहीं ले रहा।
रूस पर निर्भरता
हथियारों के लिए रूस पर निर्भरता के कारण भारत दुविधा में
यूक्रेन युद्ध पर भारत के इस रवैये के लिए रूस पर उसकी निर्भरता को जिम्मेदार बताया जा रहा है। ऐतिहासिक तौर पर भारत और रूस के बेहद मजबूत संबंध रहे हैं और भारत कई चीजों के लिए रूस पर निर्भर है।
इनमें हथियार भी शामिल हैं और भारत का 70-80 प्रतिशत रक्षा सामान रूस निर्मित है। भारत का चीन के साथ तनाव भी चल रहा है। ऐसे में वह रूस को नाराज करने का खतरा मोल नहीं ले सकता है।
भारत-पाकिस्तान तनाव
न्यूजबाइट्स प्लस
प्रधानमंत्री मोदी ने CCS की ये बैठक ऐसे समय पर की है जब चार दिन पहले ही भारत ने गलती से एक सुपरसोनिक मिसाइल चला दी थी जो पाकिस्तान में जाकर गिरी।
इस मिसाइल में कोई विस्फोटक नहीं था, इसलिए इसकी वजह से कोई धमाका नहीं हुआ।
हालांकि पाकिस्तान ने भारत में मिसाइलों और हथियारों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं और मामले में संयुक्त जांच की मांग की है।
भारत अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहा है।