हार के डर से दिल्ली MCD के चुनाव टालना चाहती है भाजपा- अरविंद केजरीवाल
चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनावों की तारीख की घोषणा को टालने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को केंद्र सरकार और भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी हार के डर के कारण MCD के चुनावों को टालना चाहती है। इसी तरह यदि सरकारें स्वायत्त संस्थाओं पर दबाव डालकर चुनाव टालने का प्रयास करेगी तो देश में लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाएगा।
चुनाव आयोग ने टाली MCD चुनावों की तारीखों की घोषणा
बता दें कि चुनाव आयोग ने 9 फरवरी को कहा था कि वह शाम 5 बजे दिल्ली MCD के चुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा। शाम करीब 4 बजे केंद्र की ओर से आयोग को पत्र भेजकर दिल्ली के तीनों निगमों को एक करने का हवाला देते हुए चुनाव तारीखों का ऐलान नहीं करने के लिए कह दिया था। इसके बाद आयोग ने चुनाव तारीखों की घोषणा को टाल दिया था। उसके बाद से विवाद बढ़ रहा है।
आयोग ने केंद्र के कहने पर पर टाल दी चुनाव की तारीखें- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, "9 फरवरी को राज्य चुनाव आयोग शाम 5 बजे MCD चुनाव तारीखों की घोषणा करने की जानकारी देता हैं, लेकिन 4 बजे केंद्र द्वारा आयोग को चिट्ठी लिखी जाती है कि हम दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक नगर निगम बनाने जा रहे हैं। ऐसे में तारीखों की घोषणा न करें।" उन्होंने कहा, "आयोग महज एक घंटे पहले मिली चिट्ठी के आधार पर चुनाव टाल देता है। ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हुआ है।"
"चुनाव आयोग को मजबूर करना है लोकतंत्र के लिए खतरा"
केजरीवाल ने कहा, "चुनाव रद्द करने के लिए चुनाव आयोग को मजबूर करना असंवैधानिक और लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। यदि इस तरह स्वायत्त संस्थाओं पर दबाव डालकर चुनाव टाले जाएंगे तो लोकतंत्र नहीं बचेगा।" उन्होंने कहा, "भाजपा सात-आठ साल से केंद्र में है। अगर उन्हें तीनों निगमों को मिलाना था तो इतने सालों में क्यों नहीं किया? तारीखों की निर्धारित घोषणा से ठीक एक घंटे पहले चुनाव आयोग को क्यों लिखा गया?"
"हार के डर से चुनाव टालना चाहती है भाजपा"
केजरीवाल ने कहा, "लोग कह रहे हैं कि MCD को एक करना तो बहाना है। मकसद चुनाव टालने का है। भाजपा को लग रहा था कि अगर दिल्ली में अभी चुनाव होगा तो AAP की लहर है और वह चुनाव हार जाएगी।"
चुनावों का निगमों को एक करने से क्या लेना-देना- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि चुनावों का तीनों निगमों का एक करने से क्या लेना-देना है। इनके एक होने से सभी अधिकारी एक परिसर में शिफ्ट हो जाएंगे। उन्होंने राज्य चुनाव आयुक्त पर निशाना साधते हुए कहा कि पता नहीं एक घंटे में आयोग चुनाव टाने को तैयार क्यों हो गया? क्या चुनाव आयुक्त पर दबाव डाला गया या फिर कार्रवाई की धमकी दी गई? उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है। क्या उन्हें कोई और पद का लालच दिया गया है।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से की यह अपील
केजरीवाल ने कहा, "केंद्र सरकार ने चुनाव टालने को कहा है जो ठीक नहीं है। चुनाव आयोग झुक गया यह भी ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री से अपील है कि सरकारें आती जाती रहेंगी। कल आप भी नहीं होंगे। कल मैं भी नहीं रहूंगा, लेकिन यहां देश महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव रद्द कराते हैं तो लोकतंत्र कमजोर होता है। इससे देश भी कमजोर होता है। हमें मिलकर देश को मजबूत करना है।"
भाजपा ने किया केजरीवाल पर पलटवार
केजरीवाल के इन दावों को लेकर भाजपा ने भी उन पर पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, "प्रमुख संस्थानों (चुनाव आयोग) पर इस तरह के आरोप लगाना किसी भी सूरत में उचित नहीं हैं। मैं केजरीवाल जी से पूछना चाहती हूं, क्या कोई शहर नगर निगम के बिना जीवित रह सकता है? जैसा कि उन्होंने अब नगर पालिकाओं को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।" इसके बाद मामले में विवाद लगातार बढ़ रहा है।