
भाजपा की देर रात प्रधानमंत्री आवास पर अहम बैठक, लोकसभा चुनाव की रणनीति पर हुआ मंथन
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं की बुधवार रात को एक अहम बैठक हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास पर 5 घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल से लेकर पार्टी संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा हुई।
रिपोर्ट
जुलाई में हो सकता है केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल
बैठक के मुद्दों को लेकर भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में सरकार और संगठन में फेरबदल, समान नागरिक संहिता (UCC) और आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर समग्र रूप से चर्चा हुई है।
रिपोर्ट में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बैठक के बाद जुलाई के पहले सप्ताह में केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई गई है।
UCC
भाजपा के चुनावी एजेंडे में UCC का मुद्दा
बैठक से पहले 27 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए देश में UCC लागू करने की जोरदार पैरवी की थी। इसका विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया है।
इससे लगता है कि भाजपा UCC के मुद्दे को आगामी राज्यों में होने वाले चुनावों और फिर लोकसभा चुनाव में भुनाने की कोशिश करेगी।
इसके अलावा संभावना है कि चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कुछ मंत्रियों को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
जिम्मेदारी
इन नेताओं को संगठन में मिल सकती है जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव की जिम्मेदारी बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई है।
इसके अलावा भाजपा जल्द ही कर्नाटक और गुजरात में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान भी कर सकती है। इस बात की प्रबल संभावना है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल संसद के मानसून सत्र से पहले हो सकता है।
बता दें कि मानसून सत्र 17 जुलाई से शुरू हो सकता है, जिसके 10 अगस्त तक चलने की उम्मीद है।
चुनाव
भाजपा ने चुनावी अभियान किया तेज
कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है।
इन 4 राज्यों में केवल मध्य प्रदेश में ही भाजपा का शासन है और राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाकर भाजपा यहां सत्ता पर काबिज होना चाहती है।
भाजपा ने विधानसभा चुनावों और 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपना जनसंपर्क अभियान भी तेज कर दिया है।