प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के लिए रवाना, दोनों देशों के बीच अहम समझौते होने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 7:00 बजे एक ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर अमेरिका के लिए रवाना हो गए। अपनी यात्रा के दौरान वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करेंगे। इस मौके पर दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में कई अहम समझौते होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इस वजह से भी खास है क्योंकि वह अपने कार्यकाल में दूसरी बार अमेरिकी संसद को संबोधित करने वाले हैं। उनकी यह यात्रा 24 जून तक प्रस्तावित है।
प्रधानमंत्री ने अमेरिका रवाना होने से पहले क्या कहा?
अमेरिका रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, "मैं राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला डॉ जिल बिडेन के निमंत्रण पर अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा रहा हूं। भारत-अमेरिका के बीच सभी क्षेत्रों में जुड़ाव गहरा रहा है।" उन्होंने कहा, "अमेरिका माल और सेवाओं में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में एक-दूसरे का परस्पर सहयोग करते हैं।"
प्रधानमंत्री का एंड्रयूज एयर फोर्स बेस पर होगा जोरदार स्वागत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को भारतीय समयानुसार देर रात 1:30 बजे वाशिंगटन के एंड्रयूज एयर फोर्स बेस पर उतरेंगे। जहां भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह द्वारा उनके स्वागत की जोरदार तैयारी की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिरकरत करेंगे। वह अमेरिकी कांग्रेस के प्रमुख नेताओं और कई शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) से मुलाकात भी करेंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा है।
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में होंगे शामिल
21 जून को प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क पहुंचेंगे और संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। वह योग दिवस के मौके पर अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर सकते हैं। इसी दिन वह वाशिंगटन डी सी भी जाएंगे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और उनके परिवार के साथ वह एक निजी रात्रिभोज कार्यक्रम में शामिल होंगे।
22 जून को दोनों देशों के बीच होगी उच्च स्तरीय बैठक
22 जून को व्हाइट हाउस के दक्षिणी लॉन्ज में प्रधानमंत्री मोदी का आधिकारिक स्वागत किया जाएगा। इसमें भारतीय समाज के हजारों लोग शामिल होंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। इस बैठक में द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा सौदों पर मुहर लग सकती है। इसमें भारत में युद्धक विमानों के इंजन निर्माण और ड्रोन खरीद से जुड़े समझौते शामिल हैं।
अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बनेंगे मोदी
22 जून को ही प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी संसद को भी संबोधित करेंगे। अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में दूसरी बार मोदी का संबोधन होगा, जिसके लिए उन्हें विशेष आमंत्रण मिला है। मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को दूसरी बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उनसे पहले विंस्टन चर्चिल, नेल्सन मंडेला, यित्ज़ाक राबिन, बेंजामिन नेतन्याहू और वोलोडिमीर जेलेंस्की जैसे विश्व के चुनिंदा नेताओं को यह अवसर मिला है।
अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जाने वाले तीसरे भारतीय नेता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जाने वाले तीसरे भारतीय नेता हैं। इससे पहले 1963 में तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन और 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा चुके हैं। 23 जून को प्रधानमंत्री मोदी वाशिंगटन में रोनाल्ड रीगन सेंटर में अमेरिकी नेताओं से मिलेंगे। इसके साथ ही वह भारतीयों को भी संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम के साथ ही उनका दौरा खत्म हो जाएगा।
अमेरिका से MQ-9 रीपर ड्रोन खरीद सकता है भारत
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत करीब 3 अरब डॉलर में अमेरिका से 30 MQ-9 रीपर ड्रोन खरीद सकता है। इसमें से भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना को 8-8 और भारतीय नौसेना को 14 ड्रोन दिए जाएंगे। भारत के पास वर्तमान में 2 प्रिडेटर ड्रोन हैं। इन्हें एक अमेरिकी फर्म से लीज पर लिया गया है और हिंद महासागर क्षेत्र में गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नौसेना की ओर से तैनात किया गया है।