लोकसभा चुनाव के लिए बनी कांग्रेस टास्क फोर्स की सोमवार को पहली बैठक, खड़गे करेंगे अध्यक्षता
कांग्रेस ने अपने नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। सोमवार को खड़गे आम चुनाव के लिए बनाई गई टास्क फोर्स की पहली बैठक लेंगे। इस बैठक में टास्क फोर्स के सदस्य अपने कामों और 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की योजना की जानकारी देंगे। इस टास्क फोर्स में पी चिंदबरम और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हैं।
सोनिया गांधी ने गठित की थी टास्क फोर्स
पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आठ सदस्यीय समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद इस टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन और सुनील कोनुगुलु शामिल हैं। बता दें कि पिछले दो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है और उसके सामने फिर से खुद को खड़ा करने की चुनौती है।
उदयपुर चिंतन शिविर के बाद गठित हुई थी टास्क फोर्स
उदयपुर चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस ने इस टास्क फोर्स और दो अन्य समूहों का गठन किया था। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आठ-आठ सदस्यों वाले पॉलिटिकिल अफेयर्स ग्रुप और टास्क फोर्स का गठन किया था। वहीं नौ सदस्यों वाला एक सेंट्रल प्लानिंग ग्रुप भी बनाया गया था। सोनिया ने उस वक्त कहा था कि 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए इन समूहों का गठन किया गया है।
पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए थे खड़गे
वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए थे। पार्टी के आंतरिक चुनाव में उन्होंने शशि थरूर को भारी अंतर से हराया था। कर्नाटक से आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई, 1942 को बीदर में हुआ था। 1972 में अपना पहला चुनाव लड़ने वाले खड़गे नौ बार विधायक और दो बार लोकसभा सांसद रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने से पहले वो राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे।
खड़गे के सामने ये चुनौतियां
2024 में मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उनके कंधों पर यह जिम्मेदारी होगी कि वो पस्त पड़ी कांग्रेस को फिर से खड़ा करें। उन्हें संगठन को मजबूत करना होगा और कई राज्यों में कांग्रेस में चल रही आंतरिक कलह से पार पाना होगा। उनके सामने एक चुनौती यह भी होगी कि वो गांधी परिवार के रिमोट कंट्रोल की छवि से बाहर आकर अपने स्तर पर फैसले कर पाएं।
विपक्ष को एकजुट करने की भी जिम्मेदारी
आगामी लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेस को भाजपा से मुकाबला करना है तो उसे विपक्ष को भी एकजुट करना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते खड़गे की यह भी जिम्मेदारी होगी कि भाजपा को टक्कर देने के लिए बिखरे हुए विपक्ष को एक साथ लाएं।