साल 2023 में किन राज्यों में होने वाले चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव का माहौल तय करेंगे?
साल 2023 में देश के नौ राज्यों के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इन विधानसभा चुनावों के परिणामों से साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए देश के राजनीतिक माहौल का अनुमान लगने की उम्मीद है। इन राज्यों में मुख्य मुकाबला केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा, प्रमुख विपक्षी कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के बीच होगा। आइए आगे जानते हैं कि इस साल किन-किन राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे।
कर्नाटक में भाजपा के लिए मुश्किल होगी राह
भाजपा दक्षिण भारत में सिर्फ कर्नाटक में काबिज है। यहां मई 2023 में विधानसभा चुनाव होगा। चुनावी मुकाबला मुख्य रूप से राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। इसके साथ ही जनता दल (सेक्युलर) (JDS) चुनाव में राज्य के दक्षिणी हिस्सों में अपनी दमदार मौजूदगी दिखाने की कोशिश करेगी। कांग्रेस ने 2019 में JDS के साथ गठबंधन खत्म कर दिया था और अब वह सत्ता में वापसी करने की कोशिश करेगी।
TRS ने तेलंगाना में दर्ज की थी बड़ी जीत
तेलंगाना में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने एकतरफा जीत दर्ज करते हुए कुल 119 विधानसभा सीटों में से 88 सीट हासिल की थीं, जबकि भाजपा सिर्फ 1 सीट जीत पाई थी। अब TRS का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (BRS) हो गया है और उसकी नजरें 2024 लोकसभा चुनाव में एक बड़ी भूमिका निभाने पर है। तेलंगाना में इस साल के अंत यानी दिसंबर में चुनाव हो सकते है।
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा मुख्य मुकाबला
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और प्रमुख विपक्षी कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। यह चुनाव राज्य में आए बगावत के संकट के लगभग चार साल बाद होगा। चार साल पहले बगावत के चलते कांग्रेस नेता कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था। उसके बाद बागियों की मदद से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सत्ता में वापसी हो गई थी। यहां नवंबर से दिसंबर के बीच चुनाव हो सकता है।
छत्तीसगढ़ में सत्ता में बने रहने की कोशिश करेगी कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने राज्य की कुल 90 सीटों में से 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा सिर्फ 15 सीटें हासिल कर पाई थी। हाल ही में भानुप्रतापनगर सीट पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। छत्तीसगढ़ में नवंबर में होने वाले चुनाव में कांग्रेस सत्ता में वापसी की कोशिश करना चाहेगी, जबकि भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने की कोशिश करेगी।
राजस्थान में सियासी तकरार कांग्रेस के लिए समस्या
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच खुलकर सामने आई तकरार कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत है। 2018 में सत्ता गंवाने वाली भाजपा इसका फायदा उठाकर राज्य की सत्ता में वापसी की पूरी कोशिश करेगी। अगर कांग्रेस की बात करें तो वह आपसी मतभेदों को दूर कर दोबारा सत्ता में आने की पूरी कोशिश कर रही है। राजस्थान विधानसभा चुनाव पर देश का खास ध्यान रहने की उम्मीद है।
मिजोरम में MNF करेगी वापसी की कोशिश
मिजोरम में नवंबर तक चुनाव होने की संभावना है। मिजोरम में 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) ने कुल 40 सीटों में से 26 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की थीं। कांग्रेस ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी और भाजपा ने राज्य में पहली बार अपना खाता खोलने में कामयाब हुई थी। MNF 2023 के विधानसभा चुनावों में अपनी सीटें बढ़ाने की कोशिश करते हुए राज्य में वापसी की कोशिश करेगी।
मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में भी होने हैं चुनाव
फरवरी और मार्च में पूर्वोत्तर भारत के तीन और राज्यों मेघालय, त्रिपुरा और नगालैंड में चुनाव होंगे। भाजपा त्रिपुरा में इंडिजिनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ सत्ता में है। नगालैंड और मेघालय में वह क्षेत्रीय पार्टियों के साथ साझेदार के रूप में है। भाजपा का खास ध्यान त्रिपुरा पर होगा क्योंकि उसने यहां 2018 में पहली बार सत्ता हासिल की थी, लेकिन अब बड़े स्तर पर बगावत का सामना करना पड़ रहा है।
जम्मू-कश्मीर में हो सकते हैं विधानसभा चुनाव
वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा समाप्त हो गया था और वह दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बन गया था। तभी से वहां चुनाव नहीं हो सके हैं। हाल ही में हुए परिसीमन के बाद यहां 2023 में चुनाव होने होने की पूरी संभावना है। भाजपा के साथ-साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) जैसे क्षेत्रीय पार्टियां सत्ता में आना चाहेंगी।