कंगना रनौत का बड़ा बयान, बोलीं- भाजपा टिकट दे तो मंडी से चुनाव लड़ने को तैयार
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने आज एक इंटरव्यू में राजनीति में उतरने का संकेत देते हुए कहा कि अगर भाजपा चाहेगी तो वह हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। कंगना हिमाचल के मंडी जिले से ही आती हैं और यहीं उनका जन्म हुआ था। ये पहली बार है जब राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर बेहद मुखर रहने वालीं कंगना ने सक्रिय राजनीति में उतरकर चुनाव लड़ने का संकेत दिया है।
अगर लोग और पार्टी चाहेगी तो मुझे चुनाव लड़ने से दिक्कत नहीं- कंगना
आजतक न्यूज चैनल के साथ खास बातचीत में भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल का जवाब देते हुए कंगना ने कहा, "वैसे मेरी ऐसी कोई मंशा तो है नहीं, लेकिन अगर हिमाचल के लोग चाहेंगे कि मैं मंडी से खड़ी हूं तो मुझे उसमें कोई दिक्कत नहीं है। अगर पार्टी (भाजपा) चाहेगी तो भी मुझे कोई दिक्कत नहीं है।" उन्होंने कहा कि वह यह भी चाहेंगी कि उनसे अलग संघर्षशील और काबिल लोग भी राजनीति में आएं।
"अगर हिमाचल के लोग सेवा का मौका दें तो ये मेरा सौभाग्य होगा"
कंगना ने आगे कहा, "जिस तरह के हालात होंगे, जिस तरह से सरकार चाहेगी कि मेरी हिस्सेदारी हो, मैं हर तरह की हिस्सेदारी के लिए तैयार हूं... जैसा कि मैंने कहा, हमारा सौभाग्य होगा अगर हिमाचल के लोग हमें किसी सेवा का मौका देंगे, हमें अपना समझेंगे। ये सौभाग्य की ही बात मानी जाएगी।" अपने इंटरव्यू में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महापुरुष भी बताया, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) और राहुल गांधी पर निशाना साथा।
भाजपा की समर्थक हैं कंगना, खुलकर रखती हैं अपनी राय
बता दें कि कंगना राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोलती रही हैं और उन्हें भाजपा का समर्थक माना जाता है। उनकी विचारधारा भी भाजपा से मेल खाती है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी बड़ी प्रशंसक हैं और कई मौकों पर उनकी जमकर तारीफ कर चुकी हैं। कुछ हफ्ते पहले उनके उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने सकने की अटकलें भी सामने आई थीं, हालांकि तब कंगना ने खुद कुछ नहीं कहा था।
अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहती हैं कंगना
कंगना अपने विवादित बयानों के कारण विवादों में भी खूब रहती हैं। 2020 में उन्होंने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद अवैध निर्माण के लिए मुंबई में उनके ऑफिस का एक हिस्सा गिरा दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने किसान आंदोलन में शामिल हुए किसानों को आतंकवादी तक कह डाला था। कंगना कई मौकों पर फेक न्यूज भी शेयर कर चुकी हैं।
1947 में मिली आजादी को भीख बता चुकी हैं कंगना
कंगना भारत की आजादी पर भी सवाल खड़े कर चुकी हैं और इसके लिए उनके खिलाफ केस भी दर्ज किए गए थे। नवंबर, 2021 में एक टीवी कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि भारत को 1947 में आजादी नहीं बल्कि भीख मिली थी और देश को असली आजादी तो 2014 में मिली। उन्होंने कहा था कि बिना खून बहाए कोई आजादी नहीं मिल सकती और इसलिए वह सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई और सुभाषचंद्र बोस आदि का सम्मान करती हैं।