विधानसभा उपचुनाव नतीजों के छिपे संकेत: मुख्यमंत्री सुक्खू का बढ़ेगा कद, दलबदलुओं को जनता ने नकारा
क्या है खबर?
7 राज्यों की 13 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। लोकसभा चुनाव के बाद की पहली अग्निपरीक्षा में INDIA गठबंधन को बड़ी कामयाबी मिली है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को झटका लगा है। INDIA ने 13 में से 10 तो NDA को मात्र 2 सीटें मिली हैं।
इन नतीजों में नेताओं के साथ ही पार्टियों के लिए भी कई संकेत हैं। आइए नतीजों के छिपे मायने समझते हैं।
दलबदलु
जनता ने दलबदलुओं को नकारा
नतीजों में पश्चिम बंगाल को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में पार्टी बदलने वालों का बुरा हाल हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के 3 निर्दलीय विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। यहां भाजपा को 2 सीटों पर हार मिली है।
उत्तराखंड की बद्रीनाथ और पंजाब की जालंधर सीट पर भी दलबदलुओं के हार का मुंह देखना पड़ा है। बिहार की रुपौली सीट पर 5 बार से विधायक रहीं बीमा भारती को जनता ने नकार दिया है।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में बढ़ेगा मुख्यमंत्री सुक्खू का कद
हिमाचल प्रदेश में कुछ महीनों पहले हुई सियासी हलचल के बाद अटकलें थीं कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। अब चुनावी नतीजों के बाद सुक्खू मजबूत नेता बनकर उभरे हैं।
सुक्खू ने 3 निर्दलियों से 2 सीटें कांग्रेस को दिलवाई हैं। अब कांग्रेस के पास 2022 विधानसभा चुनाव की तरह 40 सीटें हो गई हैं। बीते 2 महीने में राज्य की 9 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें से कांग्रेस ने 6 जीती हैं।
भाजपा
भाजपा की बढ़ेगी चिंताएं
नतीजों ने निश्चित ही भाजपा की चिंताओं को बढ़ा दिया है। पहले लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई। अब विधानसभा में पार्टी को केवल 2 सीटों पर जीत मिली है।
पश्चिम बंगाल में जिन 3 सीटों पर भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थीं, वो भी पार्टी के हाथ से निकल गई हैं। अयोध्या के बाद भाजपा उत्तराखंड की बद्रीनाथ जैसी सीट भी हार गई है।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में कमलनाथ को दोहरा झटका
मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर कड़े मुकाबले में भाजपा के कमलेश शाह ने कांग्रेस के धीरन शाह को हराया है।
ये सीट पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संसदीय क्षेत्र रहे छिंदवाड़ा में आती है। कमलनाथ ने खुद धीरन के समर्थन में यहां प्रचार किया था।
पहले तो कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से लोकसभा चुनाव हार गए अब अमरवाड़ा सीट पर भी भाजपा का कब्जा हो गया है। इसे कमलनाथ के लिए दोहरा झटका माना जा रहा है।
नतीजे
इन सीटों पर पहले क्या थे समीकरण?
13 सीटों में से पश्चिम बंगाल की 3 सीट भाजपा के पास थीं, जबकि 2 पर कांग्रेस और 8 पर अन्य का कब्जा था।
कांग्रेस ने 13 में से 8 सीट पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 4 को जीत मिली है। बंगाल में भी ममता बनर्जी ने चारों सीटों पर उपचुनाव जीता है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने सीट बचा ली है। बिहार की रुपौली सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह को जीत मिली है।