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लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: NDA में टिके रहने के बदले स्पीकर पद मांग सकते हैं JDU-TDP 
TDP और JDU NDA को समर्थन के बदले स्पीकर पद मांग सकती है

लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: NDA में टिके रहने के बदले स्पीकर पद मांग सकते हैं JDU-TDP 

लेखन आबिद खान
Jun 05, 2024
12:59 pm

क्या है खबर?

लोकसभा चुनाव के परिणामों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत जरूर मिला है, लेकिन भाजपा पिछड़ गई है। अब NDA की सरकार बनाने के लिए सहयोगी पार्टियों का समर्थन जरूरी है। ऐसे में सबकी निगाहें नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) और चंद्रबाबु नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) पर है। खबर है कि इन दोनों पार्टियों ने गठबंधन में बने रहने के लिए भाजपा के सामने बड़ी शर्त रख दी है।

JDU

TDP-JDU ने स्पीकर पद की मांग की- रिपोर्ट्स 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, JDU और TDP दोनों ही भाजपा से लोकसभा स्पीकर पद की मांग कर रहे हैं। दोनों ने इस संबंध में अपना संदेश भाजपा आलाकमान को भी भेज दिया है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा TDP प्रमुख नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने स्पीकर पद को लेकर भाजपा के कुछ दूसरे सहयोगियों को भी संकेत दे दिए हैं। दोनों फिलहाल बैठक के लिए दिल्ली आ रहे हैं।

बैठक

नायडू NDA की बैठक में उठा सकते हैं मुद्दा

इंडिया टुडे के अनुसार, नायडू आज शाम में होने वाली NDA की बैठक में स्पीकर पद की मांग कर सकते हैं। बता दें कि 1998 में जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, तब भी स्पीकर पद TDP के पास था। तब TDP के जीएमसी बालयोगी ये जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इस दौरान वे विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों की व्यावसायिक सलाहकार समिति, नियम समिति, सामान्य प्रयोजन समिति और स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे।

वजह

स्पीकर पद पर क्यों है दोनों की नजर?

सूत्रों का कहना है कि ये कदम भविष्य में किसी भी तोड़फोड़ से बचने के लिए है। माना जा रहा है कि सरकार गठन के बाद भाजपा खुद का कुनबा बढ़ाने के लिए सियासी तौर पर तोड़फोड़ कर सकती है। ऐसी स्थिति में स्पीकर की भूमिका काफी अहम हो जाती है, क्योंकि दलबदल कानून के तहत संसद सदस्यों की सदस्यता पर अंतिम निर्णय स्पीकर के द्वारा ही लिया जाता है।

बयान

नायडू बोले- हम NDA में ही हैं

नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैंने इस देश में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं। हम NDA में हैं और मैं NDA की बैठक के लिए दिल्ली जा रहा हूं। मतदाताओं के समर्थन से मैं बहुत खुश हूं। राजनीति में उतार-चढ़ाव आम बात है। इतिहास में कई राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को बाहर किया गया है। यह यह एक ऐतिहासिक चुनाव है। यहां तक ​​कि विदेशों से भी मतदाता अपने वोट का प्रयोग करने के लिए अपने गृहनगर लौट आए।"

परिणाम

क्या रहे लोकसभा चुनावों के नतीजे?

चुनाव नतीजों में NDA को 292 सीटें मिली हैं, जबकि INDIA गठबंधन के हिस्से 234 सीटें आई हैं। अन्य के खाते में 17 सीटें गई हैं। भाजपा को 240 और कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। इसके बाद समाजवादी पार्टी (SP) को 37, तृणमूल कांग्रेस को 29, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) को 22, TDP को 16, JDU को 12, शिवसेना (उद्धव) को 9, NCP (शरद) को 8 और शिवसेना (शिंदे) को 7 सीटें मिली हैं।