गुना किसान पिटाई मामला: राहुल-प्रियंका ने साधा सरकार पर निशाना, कलेक्टर और SP हटाए गए
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के गुना में किसान दंपत्ति पर पुलिस की बर्बरता पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पुलिसिया बर्बरता को दिखाने वाला एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, 'हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के खिलाफ है।' इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कई पुलिसकर्मी एक किसान दंपत्ति की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं। घटना के बाद किसान दंपत्ति ने जहर पी लिया था। फिलहाल पूरे मामले पर हंगामा मचा हुआ है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया यह वीडियो
क्या है मामला?
मंंगलवार को गुना के कैंट थाने के जगनपुर चक्र में राजस्व विभाग और पुलिस की टीम अवैध कब्जा हटाने गई थी। साइंस कॉलेज के लिए आवंटित इस जमीन को राजकुमार नामक किसान ने बटाई पर ले रखा था। पुलिस पहले भी यहां से कब्जा हटवा चुकी है। मंगलवार को जब पुलिस फिर वहां पहुंची तो राजकुमार और उनकी पत्नी ने टीम से फसल कटने तक रुकने की मांग की, लेकिन पुलिस नहीं मानी और खड़ी फसल पर JCB चला दी।
किसान का क्या कहना था?
किसान दंपत्ति का कहना था कि उन्होंने इस जमीन पर कब्जा नहीं किया है बल्कि दो लाख रुपये देकर इस पर बोवनी की है। राजकुमार का कहना था कि फसल कटने के बाद जमीन खाली कर दूंगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने बटिया से जमीन ली है और अब वो कर्ज में डूब चुके हैं। वो पुलिस के सामने फसल बर्बाद न करने के लिए गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी।
किसान दंपत्ति ने पीया कीटनाशक
वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी किसान दंपत्ति की पिटाई कर रही है। एक महिला पुलिसकर्मी किसान को लात मार रही है। कुछ जवान किसान और उनकी पत्नी को पकड़े खड़े हैं। किसान दंपत्ति अपने बच्चों के साथ बार-बार टीम को जमीन खाली करने से रोक रहा था, लेकिन पुलिस और दूसरे अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अंत में किसान दंपत्ति ने कीटनाशक पी लिया। बाद में पुलिसवाले अमानवीय तरीके से उन्हें अस्पताल लेकर गए।
पिता को गोद में लिए रोते रहे बच्चे
कीटनाशक पीने के बाद बेहोशी की हालत में पड़े किसान के पास उसके सात बेटे-बेटियां रो रहे थे। उसकी एक बेटी बार-बार अपने पिता को झकझोरते हुए 'पापा उठो ना' कह रही थी। इस मंजर को देखकर आसपास खड़े लोग भी भावुक हो गए।
कलेक्टर और SP हटाए गए
घटना सामने आने के बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद हरकत में आए। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुछ देर बाद ही उन्होंने जानकारी दी कि शिवराज सरकार ने गुना के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक तो तुरंत प्रभाव से हटा दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस इस घटना के बाद शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ ने इसे जंगल राज बताया है।
उपचुनाव से भी जोड़ा जा रहा मामला
मामले के बाद कांग्रेस के हमले और सरकार की कार्रवाई को आगामी उपचुनावों से भी जोड़ा जा रहा है। यह घटना कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले इलाके में हुई है। मामला दलित किसान का है। कांग्रेस इसके सहारे प्रदेश सरकार को घेरने की हरसंभव कोशिश करेगी। दूसरी तरफ शिवराज सरकार अधिकारियों को हटाने के साथ-साथ जांच के आदेश देकर नुकसान को कम करने के प्रयासों में लगी है।