राघव चड्ढा, हरभजन सिंह समेत इन पांच चेहरों को राज्यसभा भेजेगी आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है और इनका सांसद बनना तय है। AAP ने दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा, पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, पार्टी के लिए पर्दे के पीछे रहकर काम करने वाले और IIT दिल्ली के असिस्टेंट प्रोफेसर संदीप पाठक, फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक कुमार मित्तल और लुधियाना के कारोबारी संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
पहले से तय था हरभजन सिंह का नाम
राघव चड्ढा लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं और वो 2020 में पहली बार विधायक बने थे। वहीं संदीप पाठक ने पंजाब में पार्टी को जीत दिलाने के लिए पर्दे के पीछे रहकर काम किया था। उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है। हरभजन सिंह का नाम पहले से तय माना जा रहा था और भगवंत मान सरकार उन्हें राज्य में बनने वाली खेल यूनिवर्सिटी की कमान भी सौंप सकती है।
राज्यसभा के सबसे युवा सांसद बनेंगे राघव चड्ढा
33 वर्षीय राघव चड्ढा राज्यसभा के सबसे युवा सांसद बनने जा रहे हैं। अभी यह रिकॉर्ड मैरी कॉम के नाम पर हैं, जो 35 साल की उम्र में राज्यसभा सांसद बनी थीं। बता दें, राज्यसभा सांसद बनने के लिए 30 साल उम्र होना जरूरी है।
खाली हो रही हैं पंजाब की पांच राज्यसभा सीटें
पंजाब के पांच राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल अगले महीने समाप्त होने वाला है। अकाली दल के सुखदेव सिंह ढींडसा और नरेश गुजराल, कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दुल्लों और भाजपा के श्वेत मलिक का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो जाएगा। ये पांचों सीटें AAP के खाते में जाना तय है। उससे पहले पांचों सीटों पर नए सांसदों का चुनाव हो जाएगा। चुनाव के लिए 31 मार्च का दिन निर्धारित किया गया है।
पंजाब की सातों सीट AAP के खाते में जाना तय
पंजाब में राज्यसभा की सात सीटें हैं। इन पर अभी कांग्रेस और अकाली दल के तीन-तीन और भाजपा का एक सांसद है। अप्रैल और जुलाई में इनका कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है। पांच सीटों पर चुनाव घोषित हो चुके हैं। बाकी दो सीटों पर भी वह बाद में अपने उम्मीदवार राज्यसभा में भेज सकती है। इस तरह आने वाले कुछ महीनों में राज्यसभा में AAP के कुल सांसदों की संख्या तीन से बढ़कर 10 हो जाएगी।
पंजाब में AAP को मिली है धमाकेदार जीत
पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP ने क्लीन स्वीप करते हुए जोरदार बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई है। पार्टी ने राज्य की 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की है। सत्तारूढ़ कांग्रेस मात्र 18 सीटें जीत पाई। वहीं अकाली दल तीन और अमरिंदर सिंह और भाजपा का गठबंधन मात्र दो सीटें जीत पाया। धुरी से विधायक भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री बने हैं और उन्होंने 16 मार्च को शपथ ले ली थी।