वैक्सीनेशन अभियान: पहले चरण पर अब तक सरकार को आई लगभग 1,900 करोड़ रुपये की लागत
क्या है खबर?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान के पहले चरण पर सरकार को लगभग 1,900 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े हैं।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने सोमवार को राज्यसभा में जानकारी देते हुए बताया कि पहले चरण के दौरान इस्तेमाल की गई वैक्सीन की कीमत 1,392 करोड़ रुपये रही और वैक्सीनेशन पर लगभग 480 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
पहले चरण में लगभग तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन लगाई गई थी।
शुरुआत
16 जनवरी को शुरू हुआ था वैक्सीनेशन अभियान
भारत में 16 जनवरी को कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत की थी।
वैक्सीनेशन अभियान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सरकार जुलाई तक शुरुआती दौर में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना के साथ आगे बढ़ रही है।
अभी इस अभियान का 1 मार्च से शुरू हुआ दूसरा चरण चल रहा है।
वैक्सीनेशन
सरकार ने राज्यसभा को दी जानकारी
राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में चौबे ने वैक्सीनेशन पर आई लागत से जुड़ी जानकारी दी।
उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार देश की आबादी को मुफ्त में वैक्सीन लगाने की योजना पर विचार कर रही है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को मुफ्त में वैक्सीन दी जा रही है।
चौबे ने कहा कि पहले चरण में 480 करोड़ रुपये ऑपरेशनल कॉस्ट और 1,392.82 करोड़ रुपये वैक्सीन की लागत आई।
बयान
इस वजह से धीमी रही वैक्सीनेशन की गति
सरकार ने राज्यसभा को यह भी बताया कि शुरुआत में वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट और कोविन प्लेटफॉर्म (जहां वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन होता है) में तकनीकी खामी के चलते वैक्सीनेशन अभियान गति नहीं पकड़ पाया था। अब इस बाधा को दूर किया गया है।
बयान
भ्रम दूर करने और जागरूकता के लिए चलाया गया अभियान- चौबे
स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने कहा कि वैक्सीनेशन में पहले कवरेज कम थी। शुरुआत में कोविन पोर्टल में तकनीकी खामी और वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट के चलते तय संख्या से कम लाभार्थी खुराक लगवाने के लिए पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि बाद में वैक्सीन से जुड़ी भ्रामक सूचनाओं और अफवाहों को दूर करने और लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। साथ ही कोविन प्लेटफॉर्म में भी सुधार किया गया।
डाटा
देश में लगाई गई वैक्सीन की 2.30 करोड़ खुराकें
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 2,30,08,733 खुराकें दी जा चुकी हैं। बीते दिन 20,19,723 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। आगामी दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है।
कोरोना वायरस
देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 15,388 नए मामले सामने आए और 77 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,12,44,786 हो गई है। इनमें से 1,57,930 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
कई दिनों बाद सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1,87,462 हो गई है।
बता दें कि अमेरिका के बाद भारत कोरोना से दुनिया का सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।