नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा नहीं हुआ स्वीकार, आलाकमान ने विवाद सुलझाने को कहा
क्या है खबर?
कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और स्थानीय नेतृत्व से मामला सुलझाने को कहा है।
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सिद्धू के इस्तीफे को 'भावनात्मक प्रतिक्रिया' करार देते हुए कहा कि मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।
पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी इसी तरह की टिप्पणियां करते हुए कहा कि जिन मुद्दों को लेकर विवाद हैं, उन्हें आपसी बातचीत से दूर कर लिया जाएगा।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
पृष्ठभूमि
मंगलवार को सिद्धू ने दिया इस्तीफा
मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख पद से इस्तीफा दिया था।
सोनिया गांधी को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा, 'किसी के चरित्र के पतन की शुरुआत समझौते से ही होती है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे से कभी समझौता नहीं कर सकता। इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। कांग्रेस की सेवा करता रहूंगा।'
उन्हें जुलाई में पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी।
बयान
कांग्रेस नेताओं ने विवाद सुलझने की उम्मीद जताई
कांग्रेस विधायक बावा हेनरी ने कहा, "सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है और यह मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। 3-4 मुद्दे हैं, जिन पर पार्टी में बात हो रही है और आलाकमान जल्द ही शिकायतों को दूर करेगी।"
वहीं सिद्धू के बाद इस्तीफा देने वाले कैबिनेट मंत्री परगट सिंह ने भी बुधवार तक विवाद का हल निकलने की उम्मीद व्यक्त की है।
कई नेताओं ने सिद्धू से इस्तीफा वापस लेने की भी मांग की है।
प्रतिक्रिया
कैप्टन ने इस्तीफे को बताया ड्रामा
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के इस्तीफे को ड्रामा करार देते हुए कहा कि वे कांग्रेस छोड़कर किसी दूसरी पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
उन्होंने कहा कि सिद्धू अस्थिर आदमी है और इस्तीफा देकर खुद यह दिखा गया है। पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य के लिए यह आदमी फिट नहीं है।
कैप्टन ने आगे कहा कि सिद्धू मुख्यमंत्री पर हावी होना चाहते थे और कोई मुख्यमंत्री इसे सहन नहीं करेगा।
पंजाब कांग्रेस
मंगलवार को लगी इस्तीफों की झड़ी
मंगलवार को सिद्धू के बाद पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लग गई।
सिद्धू के साथ एकजुटता दिखाते हुए पहले कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने पद छोड़ा तो बाद में परगट सिंह ने भी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
दो कैबिनेट मंत्रियों के अलावा पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल, महासचिव योगिंदर ढींगरा और महासचिव (प्रभारी प्रशिक्षण) गौतम सेठ ने भी पद त्याग दिए।
माना जा रहा है कि सिद्धू समर्थक अन्य नेता भी इस्तीफा दे सकते हैं।
प्रतिक्रिया
विपक्षी पार्टियों ने क्या कहा?
शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सिद्धू 'दिशा भटकी हुई मिसाइल' की तरह है, जिन्हें अपने लक्ष्य का पता नहीं है। बादल ने सिद्धू को घमंडी आदमी करार दिया है।
भाजपा ने कहा कि सिद्धू मुख्यमंत्री पद के भूखे हैं और उन्हें एक दलित मुख्यमंत्री बनना रास नहीं आया।
वहीं आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान ने कहा कि कुर्सी की लड़ाई में कांग्रेस पंजाब के लोगों का अपमान कर रही है।