रिकी पोंटिंग ने इस घटना को बताया अपने कप्तानी करियर का सबसे खराब लम्हा
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज और कप्तान रहे रिकी पोंटिंग का इंटरनेशनल करियर काफी सफल रहा है।
पोंटिंग ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 2003 और 2007 विश्व कप जिताया था।
उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे महान कप्तानों में से एक माना जाता है।
भले ही पोंटिंग का करियर काफी अच्छा रहा, लेकिन वह एक घटना को अपने कप्तानी करियर का सबसे खराब लम्हा मानते हैं।
आइए जानते हैं क्या थी वह घटना।
बयान
कप्तान के तौर पर मंकीगेट रहा सबसे खराब लम्हा- पोंटिंग
पोंटिंग ने कहा कि उनके करियर में कप्तान के तौर पर मंकीगेट सबसे खराब लम्हा रहा।
उन्होंने आगे कहा, "2005 में एशेज सीरीज़ गंवाना मेरे लिए कठिन था, लेकिन मैं वहां पूरे कंट्रोल में था। हालांकि, मंकीगेट के दौरान जो भी हुआ वह मेरे कंट्रोल में नहीं था।"
पोंटिंग ने इस घटना को अपने कप्तानी करियर का सबसे खराब लम्हा बताते हुए यह भी कहा कि इस घटना को लंबे समय तक खींचा गया था।
विवाद का असर
मंकीगेट विवाद के बाद चीजें लगातार खराब हुईं- पोंटिंग
पोंटिंग ने यह भी कहा कि इस विवाद का अंत जिस तरीके से हुआ वह उनके लिए काफी निराशाजनक था और इसका असर अगले मैच पर भी पड़ा।
उन्होंने कहा, "अगले टेस्ट मैच में हमने जिस तरह का खेल दिखाया वह सबसे ज़्यादा निराशाजनक था। हम पर्थ में अगला टेस्ट मैच खेलने गए और वहां हमें जीत की उम्मीद थी, लेकिन भारत ने जीत हासिल की। अगले कुछ दिनों में चीजें बद से बदतर हुईं।"
मामला
क्या था मंकीगेट विवाद?
2007-08 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम के लिए दूसरे टेस्ट मैच में हरभजन बल्लेबाजी कर रहे थे।
इसी दौरान वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एंड्रयू सायमंड्स के साथ उलझ गए और उन पर सायमंड्स को मंकी कहने का आरोप लगा।
हरभजन और उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे सचिन तेंदुलकर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था।
हालांकि, मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर ने हरभजन को दोषी मानते हुए उन पर तीन टेस्ट का बैन लगाया था।
निर्दोष
बाद में निर्दोष साबित हुए थे हरभजन सिंह
हरभजन को बैन किए जाने के बाद भारतीय टीम ने दौरा रद्द करने की धमकी दी थी, लेकिन तब BCCI अध्यक्ष रहे शरद पवार ने दौरा जारी रखने के निर्देष दिए थे।
भारत द्वारा दायर की गई अपील की सुनवाई के दौरान हरभजन को नस्लभेदी टिप्पणी करने के आरोप में निर्दोष पाया गया।
इसके बाद उन पर लगा बैन हटा दिया गया था और उन पर 50 प्रतिशत मैचफीस का जुर्माना लगाया गया था।
करियर
पोंटिंग ने अपने करियर में हासिल की कई उपलब्धियां
रिकी पोंटिंग ने 168 टेस्ट में 13,378 और 375 वनडे में 13,704 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में 41 और वनडे में 30 शतक लगाए हैं।
कप्तानी की बात करें तो पोंटिंग ने 77 में से 48 टेस्ट तो वहीं 229 वनडे में 164 वनडे कप्तान के तौर पर जीते थे।
100 टेस्ट मैच जीत में शामिल रहने वाले पोंटिंग दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही वह सबसे ज़्यादा 262 वनडे जीत का भी हिस्सा रहे हैं।