15 विपक्षी सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए संसद से निलंबित किया गया
संसद की सूरक्षा में चूक के मुद्दे पर हंगामा करने के आरोप में 15 विपक्षी सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए संसद से निलंबित कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 14 और राज्यसभा का एक सांसद शामिल है। इन सभी को लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति के निर्देशों की घोर अवहेलना करने के लिए निलंबित किया गया है। विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
लोकसभा से किन सांसदों को किया गया निलंबित?
लोकसभा से निलंबित 14 सांसदों में से 9 कांग्रेस से, 2-2 सांसद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) से और एक सांसद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) से है। निलंबित किए गए लोगों में कांग्रेस के मनिकम टैगोर, एमडी जावेद, वीके श्रीकंदन, टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, एस जोथिमणि, राम्या हरिदास, डीन कुरियाकोस और बेनी बेहनन, DMK के कनिमोझी और एसआर प्रतिभान, CPM के पीआर नटराजन और एस वेंकटेशन और CPI के सुब्बारायण शामिल हैं।
सबसे पहले निलंबित किए गए थे 5 कांग्रेसी सांसद
लोकसभा से सबसे पहले कांग्रेस के 5 सांसदों को निलंबित किया गया था। इसके बाद बाकी सांसदों को निलंबित किया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निलंबन का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के 'निर्देशों की घोर अवहेलना' करने के लिए सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी सांसदों को अनुच्छेद 374 (2) के तहत निलंबित किया गया है।
राज्यसभा से TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन निलंबित
इससे पहले राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया था। ब्रायन को राज्यसभा में अपमानजनक व्यवहार के लिए निलंबित किया गया। निलंबन के बावजूद वे फिर से सदन में आ गए, जिससे कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। TMC सांसद डोला सेन ने ब्रायन के खिलाफ कार्रवाई की निंदा की है।
दोनों सदनों में विपक्ष ने क्यों किया हंगामा?
दरअसल, विपक्षी दल संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और वे मामले में संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा विपक्षी सांसदों ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ जांच की मांग भी की है। सिम्हा के नाम पर ही 2 घुसपैठियों को विजिटर पास जारी किए गए थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे लोकसभा सचिवालय का मामला बताया है।
संसद में सुरक्षा में चूक का क्या है मामला?
बुधवार को शून्य काल के दौरान 2 युवक अचानक से दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। सांसदों ने मिलकर दोनों को पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया। संसद के बाहर भी एक महिला और युवक पीले रंग का धुआं उड़ाते गिरफ्तार किए गए। एक अन्य आरोपी विशाल शर्मा भी गिरफ्तार है, वहीं एक आरोपी फरार है। सभी आरोपियों पर UAPA लगाया गया है।