संसद में सुरक्षा चूक: कौन थे सदन में कूदने वाले और अब तक क्या-क्या सामने आया?
आज 2001 में संसद पर हुए हमले की बरसी के दिन संसद के अंदर सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। दरअसल, संसद के अंदर दर्शक दीर्घा में बैठे 2 शख्स गैस स्प्रे लेकर लोकसभा सदन में कूद गए और नारे लगाए। संसद के बाहर भी एक युवक और एक महिला ने गैस का छिड़काव कर जमकर नारेबाजी की। आइए जानते हैं कि इस मामले में आरोपी कौन हैं और अब तक क्या-क्या सामने आया है।
सबसे पहले जानते हैं आखिर हुआ क्या
आज लोकसभा में शीतकालीन सत्र के शून्य काल के दौरान करीब 1 बजे 2 व्यक्ति दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए। इस दौरान उन्होंने पीले रंग की गैस स्प्रे भी सदन में छोड़ी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, इन दोनों युवकों को पकड़ लिया गया है। अंदर ही सांसदों ने युवक की पिटाई भी की। इसके अलावा संसद के बाहर से भी एक महिला और 1 पुरुष को गिरफ्तार किया गया है।
कौन हैं सदन में कूदने वाले युवक?
लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूदने वाले एक युवक का नाम मनोरंजन डी और दूसरे युवक का नाम सागर शर्मा है। मनोरंजन कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है और उसकी उम्र 35 वर्ष है। उसने बेंगलुरु की विवेकानंद यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की है। सागर भी मैसूर का रहने वाला है। ये दोनों ही मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के रेफरेंस से पास लेकर लोकसभा के अंदर घुसे थे।
संसद के बाहर क्या हुआ?
इसके साथ संसद के बाहर 2 लोग संसद के परिवहन भवन के सामने पकड़े गए। इनमें हरियाणा के हिसार की नीलम (42) और महाराष्ट्र के लातूर का अनमोल शिंदे (25) शामिल है। ये दोनों ही संसद के बाहर पीली गैस स्प्रे छोड़ रहे थे और नारे लगा रहे थे। इन दोनों के पास से किसी भी तरह सामान नहीं मिला है। इनके पास कोई मोबाइल या पहचान पत्र भी नहीं है। हरियाणा-महाराष्ट्र की पुलिस से इनकी जानकारी मांगी गई है।
सोशल मीडिया पर हुई थी सभी की मुलाकात
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना में कुल 6 लोग शामिल थे जिनमें से 4 लोग हिरासत में हैं, बाकी 2 लोगों की तलाश की जा रही है। पांचवें व्यक्ति की पहचान ललित झा के रूप में हुई है, वहीं छठे व्यक्ति की अभी पहचान नहीं हो पाई है। इंडिया टुडे के अनुसार, ये सभी लोग सोशल मीडिया पर मिले थे जिसके बाद इन्होंने इसकी योजना बनाई। सभी लोग गुरुग्राम में ललित के घर रुके थे।
चश्मदीद ने बताया कैसे स्पीकर की तरफ बढ़ रहे थे युवक
कांग्रेस नेता गुरजीत सिंह औजला ने कहा, "सांसदों की बेंच से जो पहले कूदा वह स्पीकर की तरफ बढ़ रहा था और चिल्ला रहा था। वह जूते उतार रहा था, उसके जूते में कोई चीज थी, लेकिन पास में ही बेनीवाल (सांसद हनुमान बेनीवाल) ने उसे पकड़ लिया।" उन्होंने कहा, "दूसरा युवक भी आगे बढ़ते हुए दिखा जो हाथ में कुछ लिया हुआ था जिसमें से धुआं-सा निकल रहा था। उसे किसी तरह पकड़ा गया।"
सुरक्षा में चूक के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक
लोकसभा में सुरक्षा में हुई चूक के बाद सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। ओम बिड़ला आज केंद्र और विपक्षी पार्टियों के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि सदन में हुई घटना चिंता का विषय है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि वर्ष 2011 में संसद में 13 दिसंबर, 2011 को आतंकवादी हमला हुआ था। हमले में 9 जवानों की मौत हो गई थी। इसमें पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शामिल थे। यह हमला उस समय हुआ था, जब शीतकालीन सत्र चल रहा था। सुरक्षाकर्मियों ने 5 आतंकवादियों से कड़ा मुकाबला करते हुए उनको सदन परिसर में ही ढेर कर दिया था। हमले के समय सदन में 100 लोग मौजूद थे।