विधानसभा चुनाव के नतीजों के बीच कांग्रेस ने बुधवार को INDIA गठबंधन की बैठक बुलाई- रिपोर्ट
5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। अभी तक कांग्रेस छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में सरकार बनाती दिख रही है। इन रुझानों के बीच कांग्रेस ने 6 दिसंबर को विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक बुलाई है। NDTV ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में ये बैठक बुलाई है। इसमें विधानसभा चुनावों के परिणाम और लोकसभा चुनावों की तैयारी को लेकर चर्चा हो सकती है।
गठबंधन में विवाद की अटकलों के बीच ये पहली बैठक
बता दें कि INDIA में विवाद की अटकलों के बीच ये पहली बैठक होगी। इससे पहले भोपाल में गठबंधन की रैली होनी थी, जिसे स्थगित कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि गठबंधन के नेताओं के विवादित बयानों के कारण ये फैसला लिया गया था। विधानसभा चुनावों के दौरान भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के मतभेद खुलकर सामने आए थे और अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधा था।
अगस्त में हुई थी गठबंधन की आखिरी बैठक
INDIA की आखिरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें 450 लोकसभा सीटों पर गठबंधन की ओर से एक ही उम्मीदवार उतारने पर सहमति बनी थी। इसके बाद 13 सितंबर को गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक हुई थी। इसमें कई बड़े पत्रकारों और एंकरों का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया था। तब से ही गठबंधन की कोई बड़ी बैठक नहीं हुई है।
नीतीश ने कहा था- कांग्रेस को चुनावों में ज्यादा दिलचस्पी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने INDIA में प्रगति की कमी के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए तंज कसा था। नीतीश ने कहा था, "कांग्रेस INDIA गठबंधन की सबसे बड़ी सदस्य है और उसे गठबंधन में 'अग्रणी भूमिका' सौंपी गई है, लेकिन वह 5 राज्यों में होने वाले चुनाव में व्यस्त है, जिसके कारण गठबंधन पिछड़ रहा है।" नीतीश के इस बयान को गठबंधन में मतभेद के तौर पर देखा गया था।
क्या है INDIA?
कांग्रेस समेत देश की प्रमुख 28 विपक्षी पार्टियों ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के गठबंधन का मुकाबला करने के लिए गठबंधन किया है। इसे उन्होंने 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायन्स' यानी 'INDIA' नाम दिया है। गठबंधन के नाम को लेकर भी खूब विवाद हुआ था। नीतीश को गठबंधन का संस्थापक माना जाता है और उन्होंने ही कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं को भाजपा के खिलाफ एकजुट किया था। हालांकि, वे गठबंधन के आधिकारिक संस्थापक नहीं हैं।