सरकारी कार्यालयों में क्यों लगाए जाएंगे चीनी और वसा बोर्ड? जानिए इससे क्या होगा फायदा
क्या है खबर?
कार्यालय में चाय के साथ गर्मागर्म समोसे मिल जाएं तो दिल खुश हो जाता है। हालांकि, अब लोगों को समोसे जैसे तैलीय स्नैक्स के नकारात्मक प्रभाव समझाने के लिए एक नई पहल की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों से आग्रह किया है कि वे लोगों को भोजन के बेहतर विकल्प चुनने में मदद करने के लिए 'चीनी और वसा बोर्ड' प्रदर्शित करें। आइए जानते हैं ये बोर्ड क्या हैं और ये कैसे फायदेमंद साबित होंगे।
बोर्ड
क्या है चीनी और वसा बोर्ड का मतलब?
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) के साथ मिलकर ये खास बोर्ड तैयार किए हैं। इनके जरिए समोसे और जलेबी जैसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में चीनी और वसा की उच्च मात्रा को दर्शाया जाएगा। इन्हें सरकारी कैंटीनों और सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके और उन्हें खान-पान के स्वस्थ विकल्प अपनाने में मदद मिल सके। नागपुर के AIIMS में इन्हें प्रदर्शित भी कर दिया गया है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें चीनी वाला बोर्ड
Thanks to Hon’ble @PMOIndia @narendramodi ji's push for healthier workplaces, @MoHFW_INDIA has urged all govt offices to prominently display Sugar Boards. Sharing model Sugar Boards to display in offices. Tag us in your stories/posts
— ICMR - National Institute of Nutrition (@ICMRNIN) July 8, 2025
Download: https://t.co/jNDDpe1TIX @ICMRDELHI pic.twitter.com/dAbATBF2ra
विवरण
क्या दर्शाते हैं ये बोर्ड?
चीनी और वसा बोर्ड पर चित्रों और लिखित जानकारी के माध्यम से यह बताया गया है कि किस खाद्य पदार्थ में कितनी चीनी या वसा मौजूद है। चीनी वाले बोर्ड पर दर्शाया गया है कि कोल्ड ड्रिंक, चाय, कॉफी और जूस आदि में कितनी शक्कर डलती है। वसा बोर्ड पर जानकारी दी गई है कि आप भोजन में तेल की मात्रा कैसे कम कर सकते हैं। इनमें रोजाना कितना तेल और चीनी खाना चाहिए यह भी बताया गया है।
ट्विटर पोस्ट
कुछ ऐसा होगा वसा वाला बोर्ड
Reducing fat intake can help reduce risk of obesity & NCDs. Here’s how you can cut fat without even realising it!
— ICMR - National Institute of Nutrition (@ICMRNIN) July 12, 2025
A step toward @PMOIndia @narendramodi ji’s call for reducing edible oil by 10%.
📥 Download #FatBoard - https://t.co/jNDDpe1lTp@ICMRDELHI @MoHFW_INDIA @NITIAayog pic.twitter.com/ticBLwomIy
नकारात्मक प्रभाव
ज्यादा चीनी और वसा वाला भोजन कैसे करता है नुकसान?
भारतीय खान-पान में हर व्यंजन में तेल-मसाले इस्तेमाल होते हैं। साथ ही हमारे देश में मीठे व्यंजनों की भी विविधता है। आपको इनका सेवन करने से पहले जान लेना चाहिए कि ज्यादा चीनी और वसा युक्त भोजन खाने से क्या प्रभाव होते हैं। इससे मोटापा बढ़ने लगता है, मधुमेह का खतरा रहता है, हृदय रोग हो सकता है और कुछ प्रकार के कैंसर का जोखिम भी बढ़ जाता है। इससे दांत सड़ जाते हैं और लिवर खराब हो सकता है।
सही फैसला
खान-पान से संबंधित सही निर्णय लेने के लिए अपनाएं ये टिप्स
अगर आप डाइट में चीनी और वसा की मात्रा कम करना चाहते हैं तो सबसे पहले सामान लेने से पहले उनके लेबल पढ़ें। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एक दिन में केवल 25 ग्राम (5 चम्मच) चीनी खाना सुरक्षित होता है। इसके अलावा, वसा का दैनिक सेवन 30 ग्राम (6 चम्मच) से ज्यादा नहीं होना चाहिए। आपको तैलीय, तले-भुने और चीनी युक्त स्नैक्स के बजाय स्वस्थ विकल्प अपनाने चाहिए। आप ये पौष्टिक स्नैक्स खा सकते हैं, जो नुकसानदायक नहीं होते।