NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / लाइफस्टाइल की खबरें / महिलाओं के दिमागी स्वास्थ्य को जीवनभर के लिए प्रभावित कर सकती है घरेलू हिंसा- अध्ययन 
    अगली खबर
    महिलाओं के दिमागी स्वास्थ्य को जीवनभर के लिए प्रभावित कर सकती है घरेलू हिंसा- अध्ययन 

    महिलाओं के दिमागी स्वास्थ्य को जीवनभर के लिए प्रभावित कर सकती है घरेलू हिंसा- अध्ययन 

    लेखन सयाली
    Jun 10, 2025
    03:17 pm

    क्या है खबर?

    भारत में कई शादीशुदा महिलाएं घरेलू हिंसा का सामना कर रही हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि 18-49 साल की आयु के बीच की लगभग 32 प्रतिशत विवाहित महिलाओं के पति उन्हें मारते-पीटते हैं।

    वहीं, 29 प्रतिशत ने शारीरिक और यौन हिंसा का सामना किया है।

    इसी बीच एक ऐतिहासिक अध्ययन किया गया है, जिसमें सामने आया है कि जो महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं, उनके दिमाग का स्वास्थ्य जीवनभर के लिए प्रभावित हो जाता है।

    अध्ययन

    स्कॉटलैंड के विश्वविद्यालय में हुआ अध्ययन

    स्कॉटलैंड के ग्लासगो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है, जिसे BMJ मानसिक स्वास्थ्य नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।

    इसके जरिए यह पता लगाने की कोशिश की गई थी कि घरेलू हिंसा और दर्दनाक दिमागी चोट का मानसिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।

    पता चला कि घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को कई सालों बाद भी दिमाग संबंधी चोट और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा रहता है।

    नाम

    3 में से एक महिला होती है घरेलू हिंसा का शिकार

    इस अध्ययन को 'अंतरंग साथी द्वारा हिंसा, दर्दनाक मस्तिष्क की चोट और मध्य-जीवन में दीर्घकालिक मानसिक स्वास्थ्य परिणाम' और 'द ड्रेक IPV स्टडी' नाम दिया गया था।

    इस अध्ययन को कई संस्थाओं ने मिलकर फंड किया था। शोधकर्ताओं ने बताया कि दुनियाभर में लगभग 3 में से एक महिला घरेलू हिंसा का अनुभव करती है और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर उसका असर दशकों तक रहता है।

    इसके कारण उन्हें पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) जैसे मानसिक विकार हो जाते हैं।

    प्रक्रिया

    632 महिलाएं बनी इस अध्ययन का हिस्सा

    इस अध्ययन को पूरा करने के लिए 40 से 59 साल की उम्र वाली 632 महिला प्रतिभागियों के डाटा का विश्लेषण किया गया था।

    इनमें से 14 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में घरेलू हिंसा और शारीरिक दुर्व्यवहार को सहन किया है।

    इस अध्ययन को ड्रेक फाउंडेशन, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, मेडिकल रिसर्च काउंसिल, NHS रिसर्च स्कॉटलैंड, अल्जाइमर सोसाइटी और अल्जाइमर एसोसिएशन द्वारा आर्थिक सहायता मिली थी।

    नतीजे

    घरेलू हिंसा झेलने के 27 साल बाद भी नहीं सुधरता स्वास्थ्य

    आंकड़ों की जांच के बाद पता चला कि जिन महिलाओं के साथ उनके पार्टनर घरेलू हिंसा या शारीरिक दुर्व्यवहार करते हैं, उनमें अभिघातजन्य मस्तिष्क चोटों (TBI) का जोखिम ज्यादा होता है।

    साथ ही वे आजीवन अवसाद, तनाव, चिंता, नींद से जुड़ी बीमारियों और PTSD का शिकार रहती हैं।

    विश्लेषण में यह भी पाया गया कि हिंसा के संपर्क में आने के औसतन 27 साल बाद भी इन महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य विकारों का जोखिम कम नहीं होता है।

    सलाह

    इस मुद्दे के बारे में होनी चाहिए और चर्चा- शोधकर्ता

    शोधकर्ताओं ने कहा, "घरेलू हिंसा के संपर्क में आने वाली महिलाओं में से अधिकांश ने सिर पर बार-बार चोट लगने और हल्के TBI के इतिहास की सूचना दी। पार्टनर द्वारा की जाने वाली हिंसा की वैश्विक व्यापकता को देखते हुए ये निष्कर्ष इस क्षेत्र में और ज्यादा शोध की आवश्यकता को उजागर करते हैं।"

    उनका कहना है कि नीति निर्माताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच इस मुद्दे के बारे में जागरुकता बढ़ाने की सख्त जरूरत है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    मानसिक स्वास्थ्य
    स्वास्थ्य

    ताज़ा खबरें

    भूमि पेडनेकर की इस ड्रेस की कीमत जान चौंक जाएंगे आप, क्या आपने देखीं तस्वीरें?  भूमि पेडनेकर
    ऑस्ट्रिया के स्कूल में छात्र की गोलीबारी में 5 लोगों की मौत, कई अन्य घायल ऑस्ट्रिया
    गाजियाबाद में महिला का शव सूटकेस में मिला, शरीर पर चोट के निशान गाज़ियाबाद
    टाटा की बिक्री सूची में पंच सबसे आगे, जानिए मॉडलवार आंकड़े टाटा मोटर्स

    मानसिक स्वास्थ्य

    रोजाना ध्यान लगाने के लिए निकालें समय, तनाव दूर होने के साथ बढ़ेगी खुशी स्वास्थ्य
    क्या रोजाना ध्यान लगाने से गंभीर चिंता से बचा जा सकता है? जानें सच्चाई तनाव
    तनाव कम करने के लिए रोजाना करें बॉक्स ब्रीदिंग, मन होगा शांत और बढ़ेगी खुशी तनाव
    मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए अपनाएं ये 5 सरल और प्रभावी तरीके लाइफस्टाइल

    स्वास्थ्य

    क्या केवल दूध पीना हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए होता है पर्याप्त? जानें इसकी सच्चाई खान-पान
    खाना पकाने के अलावा इन 5 तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है सूरजमुखी तेल त्वचा की देखभाल
    केरल के पलक्कड़ में सूर्य की पराबैंगनी किरणों से आफत, रेड अलर्ट जारी केरल
    गेंदे के फूल से बनाई जाती है बेहद पौष्टिक चाय, जिसके होते हैं कई चमत्कारी लाभ हर्बल चाय
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025