#NewsBytesExplainer: देश में बढ़ रहे कोरोना के JN.1 वेरिएंट के मामले, कैसे निपट रहे हैं राज्य?
देश में कोरोना वायरस के कुल सक्रिय मामले 4,097 हो गए हैं। केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में सक्रिय मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस के JN.1 वेरिएंट ने भी देश की चिंता को बढ़ा दिया है, क्योंकि अब इसके कुल मामलों की संख्या 157 हो गई है। केवल केरल में ही 78 मामले पाए गए हैं। आइए जानते हैं सभी राज्य कोरोना के बढ़ते मामलों से लड़ने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं।
सबसे पहले जानते हैं JN.1 वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बारे में
देश में JN.1 वेरिएंट के अब तक 157 मामले सामने आए हैं। दिल्ली में 27 दिसंबर को पहला JN.1 वेरिएंट का मामला सामने आया। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जीनोम सीक्वेसिंग के लिए भेजे गए 3 नमूनों में से एक JN.1 और अन्य 2 ओमिक्रॉन के मामले हैं। गुजरात में 36 और कर्नाटक में 34 मामले दर्ज किये गए। इसके अलावा गोवा, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु और तेलंगाना में भी JN.1 के मामले मिले हैं।
केंद्र सरकार ने कहा- सख्ती से दिशानिर्देशों का पालन करें
केंद्र सरकार ने कुछ राज्यों को सख्त सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय लागू करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र लिखकर मिलकर काम करने को कहा है। उन्होंने सभी से अपील की है कि वह केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय के कोरोना से जुड़े संशोधित दिशानिर्देशों का पालन करें। सरकार ने राज्यों से जीनोम सीक्वेसिंग के लिए पॉजिटिव नमूनों को SARS COV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) की लैब में भेजने को कहा है।
कर्नाटक ने कोरोना के खिलाफ क्या कदम उठाए?
कर्नाटक में कोरोना के 568 सक्रिय मामले हैं और अब तक 2 मौतें हो चुकी हैं । राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव का दावा है कि 'स्थिति नियंत्रण में है।' डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, कुछ को अस्पतालों में सामान्य आइसोलेशन वार्डों में भर्ती कराया गया है और लगभग 400 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। सभी डॉक्टरों को मरीजों पर नजर बनाए रखने को कहा गया है। सरकार ने एहतियातन जांच बढ़ाने का फैसला लिया है।
दिल्ली में दिए गए जीनोम सीक्वेसिंग बढ़ाने के निर्देश
दिल्ली में नए वेरिएंट का पहला मामला मिलने के बाद डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और स्वस्थ आहार लेने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य संस्थानों को जांच बढ़ाने और पुष्टि किये गए कोरोना के मामलों की जीनोम सीक्वेसिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए। AIIMS दिल्ली ने भी विशेष दिशानिर्देश जारी कर गंभीर श्वसन संक्रमण, खांसी और बुखार के लक्षण वाले मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा है।
केरल में सबसे अधिक मामले, स्थिति पर नजर बनाए हुए है सरकार
केरल में नए वेरिएंट JN.1 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 2,522 हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार,स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, "चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है। हम स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं। बुजुर्ग लोगों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोरोना से बचने के लिए अतिरिक्त देखभाल की जरूरत है।" उन्होंने जांच बढ़ाने और नमूनों की जीनोम सीक्वेसिंग बढ़ाने के भी निर्देश जारी किए हैं।
महाराष्ट्र में अलर्ट पर स्वास्थ्य एजेंसियां
महाराष्ट्र में गुरुवार को 117 कोरोना के मामले सामने आए, जिससे कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 369 हो गई। राज्य में कोरोना से एक मरीज की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने अगले 10 दिनों तक जांच बढ़ाने और स्वास्थ्य एजेंसियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। राज्य में JN.1 वेरिएंट के 7 मामले दर्ज हुए हैं। ऐसे में नागरिकों को कोरोना के लिए जारी नियमों का पालन करने और सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
गुजरात- हर पॉजिटिव मरीज की हो रही जीनोम सीक्वेसिंग
गुजरात में कोरोना के कुल सक्रिय मामले 70 हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने गुरुवार को कहा, "घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को थोड़ा अतिरिक्त सावधानियां बरतने की जरूरत है। गुजरात में कोरोना वायरस की स्थिति चिंताजनक नहीं। चूंकि हम हर पॉजिटिव मरीज का जीनोम सीक्वेसिंग करते हैं तो अन्य राज्यों की तुलना में गुजरात में JN.1 वेरिएंट के मामले अधिक हैं।" उन्होंने बताया कि 2-4 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, बाकी होम आइसोलेशन में हैं।
तेलंगाना और मेघालय ने क्या कदम उठाए गए?
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मेघालय में क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले, राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने कोरोना से जुड़े नियमों के पालन के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही राज्य और देश के अन्य हिस्सों में संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। तेलंगाना सरकार ने कोरोनोवायरस के नए JN.1 वेरिएंट को लेकर दिशानिर्देश जारी किये हैं। इसके साथ ही राज्य के सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है।
कई राज्यों में बढ़ाया गया जांच का दायरा
उत्तराखंड में सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया। स्वास्थ्य विभाग ने खांसी, जुखाम, बुखार के मरीजों की जांच के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश में सभी संभागीय आयुक्तों और वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को जांच बढ़ाने की सलाह दी गई। हिमाचल प्रदेश में जांच बढ़ाने और आवश्यक सावधानी बरतने के लिए दिशानिर्देश जारी किये गए। मंगलवार को राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने जयपुर में समीक्षा बैठक बुलाई और सांस और सर्दी के मरीजों पर नजर रखने के निर्देश दिए।