एलर्जिक राइनाइटिस के रोगियों के लिए फायदेमंद हैं ये चाय, जानिए रेसिपी
अगर आपको धूल-मिट्टी या किसी जानवर के आसपास रहने से छींके आनी शुरू हो जाती हैं तो ये एलर्जी के संकेत हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह समस्या बढ़कर एलर्जिक राइनाइटिस का रूप ले लेती है, जिसके कारण कई तरह की समस्याएं शरीर को घेर लेती हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी चाय की रेसिपी बताते हैं, जिनके सेवन से एलर्जिक राइनाइटिस के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
तुलसी और लौंग की चाय
तुलसी और लौंग की चाय का सेवन एलर्जिक राइनाइटिस की स्थिति में सुधार लाने में मदद कर सकता है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में आवश्यकतानुसार पानी गर्म करें, फिर इसमें पांच से सात तुलसी की पत्तियां और तीन से चार लौंग डालकर पानी को उबालें। इसके बाद इस मिश्रण को छानकर कप में डालें, फिर उसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर तुलसी और लौंग की चाय का स्वाद लें।
पुदीने की चाय
पुदीने की चाय का सेवन भी एलर्जिक राइनाइटिस के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। चाय को बनाने के लिए पहले एक पैन में दो कप पानी उबालें, फिर इसमें 10 से 15 पुदीने की पत्तियां डालें और पानी को थोड़ी देर तक उबालें। कुछ सेकंड बाद गैस बंद करके पानी को ढक दें, फिर कुछ मिनट बाद इस चाय को छानकर इसका सेवन करें। आप चाहें तो इस चाय में भी स्वादानुसार शहद मिला सकते हैं।
हल्दी की चाय
हल्दी की चाय का सेवन करना भी एलर्जिक राइनाइटिस के रोगियों के लिए फायदेमंद है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में दो कप पानी गर्म करें, फिर पानी के गर्म होते ही उसमें आधी चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर डालकर उबाला दिलाएं। अब चाय को एक कप में छानें और स्वाद के लिए इसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर इस स्वास्थ्यवर्धक चाय का आनंद लें।
ग्रीन टी
एलर्जिक राइनाइटिस से ग्रस्त लोगों के लिए ग्रीन टी का सेवन करना भी बहुत लाभदायक है। ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होती है, जो शरीर को मुक्त कणों से बचाने के साथ कई बीमारियों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इस चाय को बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में एक ग्रीन टी बैग को तीन से चाय बार भिगोएं, फिर इस बैग को फेंककर चाय वाले कप में शहद मिलाकर इसका सेवन करें।