वजन नियंत्रित करने समेत कई चीजों के लिए लाभदायक है अनानास, जानिए इसके फायदे
खट्टे-मीठे स्वाद से भरपूर अनानास एक लोकप्रिय और गुणकारी फल है। यह न सिर्फ वजन नियंत्रित करने और मुंह के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि इसके सेवन से अन्य कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी प्राप्त किए जा सकते हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसमें कई विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। अगर आप इस बात से अनजान हैं तो आइए हम आज आपको इसके फायदों से परिचित कराते हैं।
हड्डियों को मजबूती देने में करता है मदद
हड्डियों को स्वस्थ रखने और मजबूती देने में अनानास काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, अनानास में मैंगनीज की भरपूर मात्रा पायी जाती है। यह हड्डियों को मजबूत रखने के लिए जरूरी खनिज माना जाता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है। इसके अलावा अनानास में कैल्शियम भी मौजूद होता है जो हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में सहयोग प्रदान करता है।
अस्थमा के जोखिमों को कम करने में है सहायक
अस्थमा के जोखिमों को कम करने में भी अनानास सहायक है। NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अनानास में ब्रोमेलेन नामक घटक मौजूद होता है जो अस्थमा के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। यह घटक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण की तरह काम करके श्वास मार्ग की सूजन को कम करता है और अस्थमा के लक्षणों से राहत प्रदान करता है। हालांकि ध्यान रखें कि इसके साथ-साथ डॉक्टर की दवाइयों का सेवन भी जरूरी है।
वजन को नियंत्रित करने में कर सकता है मदद
बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी अनानास का सेवन काफी मदद कर सकता है। NCBI की वेबसाइट पर ही प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि इसमें एंटी-ओबेसिटी तत्व मौजूद होते हैं। ये गुण शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद कर सकते हैं जिसके परिणामस्वरूप बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए किसी भी तरह से अपनी डाइट में अनानास को जरूर शामिल करें।
मुंह के स्वास्थ्य के लिए भी है बेहतरीन
अनानास के सेवन को मुंह के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। एक शोध के मुताबिक, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-प्लाक और एंटी-जिंजिवाइटिस गुण पाए जाते हैं। ये गुण दांतों पर प्लाक को जमने से रोक सकते हैं जिससे जिंजिवाइटिस (मसूड़ों की सूजन) नामक रोग होने का जोखिम कम हो सकता है। इसी के साथ ये गुण दांतों की चमक और सफेदी बरकरार रखने में भी मदद कर सकते हैं।