मसूरी के पांच सबसे साहसिक ट्रेकिंग ट्रेल्स, जरूर करें इनकी यात्रा
उत्तराखंड में स्थित मसूरी एक हिल स्टेशन है। इस सुंदर जगह को "पहाड़ियों की रानी" के नाम से भी जाना जाता है। मसूरी अपने खूबसूरत दृश्य और साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। साहसिक गतिविधियों के तौर पर यह जगह सिर्फ कैंपिंग, रॉक क्लाइंबिंग या पैराग्लाइडिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यहां रोमांचक ट्रेकिंग ट्रेल्स भी हैं। अगर आपको ट्रेकिंग करना पसंद है तो मसूरी के इन पांच प्रमुख ट्रेकिंग ट्रेल्स की यात्रा करना आपके लिए मजेदार रहेगा।
नाग टिब्बा ट्रेक
नाग टिब्बा ट्रेक को ट्रेकिंग के लिए चुनना बहुत मजेदार हो सकता है। इसे "सर्पेंट पीक" भी कहा जाता है और यह समुद्र तल से 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां आकर आपको केदारनाथ चोटी, स्वरग्रोहिणी, बंदरपूंछ, श्रीकांत और कला नाग जैसे बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला के लुभावने दृश्य देखने का अवसर मिलेगा। यह सबसे अच्छे ट्रेक में से एक है, जिसकी चढ़ाई करना आसान है।
केदारकांठा ट्रेक
अगर आप एक ऐसे ट्रेक की तलाश में हैं जो खूबसूरत, रोमांचकारी और साहसिक हो तो केदारकांठा ट्रेक आपके लिए ही है। यह ट्रेक कठिनाई के स्तर पर आसान से मध्यम श्रेणी में आता है। इस ट्रेक पर जाने का सबसे अच्छा समय दिसंबर और अप्रैल के बीच है। केदारकांठा ट्रेक मसूरी के सांकरी गांव से शुरू होकर 14,010 फीट की ऊंचाई तक जाता है।
हर की दून ट्रेक
हर की दून का ट्रेकिंग ट्रेक समुद्र तल से 11,811 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसे "देवताओं की घाटी" के रूप में भी जाना जाता है। यहां के रास्ते में मंत्रमुग्ध कर देने वाले झरने, हरे-भरे घास के मैदान और देवदार के जंगल आते हैं। इस ट्रेक के पीछे बंदरपंच रेंज है जो इसकी खूबसूरती में इजाफा करता है। अगर आप पहली बार ट्रेकिंग करने वाले हैं तो यह ट्रेक आपके लिए बेहतरीन है।
रूपिन पास ट्रेक
रूपिन पास ट्रेक सबसे चुनौतीपूर्ण ट्रेक में से एक है। इसलिए इसकी चढ़ाई पेशेवर लोग ही करें। यह ट्रेक समुद्र तल से 12,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है और इसके रास्ते में बड़े-बड़े बर्फ के मैदान, झरने, जंगल, पुलों, धार्मिक स्थल और बस्तियां हैं। इस ट्रेक पर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का एक शानदार नजारा देखने को मिलता है।
रूपकुंड ट्रेक
रूपकुंड ट्रेक सबसे अनूठे और कठिन ट्रेकिंग ट्रेक में से एक है। इसके रास्ते में शांत नदियां, घने हरे-भरे जंगल और खूबसूरत घास के मैदान आते हैं। यह ट्रेक लोहाजंग से शुरू होकर लगभग 16,500 फीट की ऊंचाई तक जाता है। इस 53 किलोमीटर लंबे बर्फीली और टेढ़े-मेढ़े ट्रेक पर चढ़ते समय आपको रूपकुंड झील, नीलगंगा नदी और नंदा देवी चोटी के शानदार नजारे देखने को मिलेंगे।