सतीश कौशिक का हार्ट अटैक से निधन, 60 साल बाद इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्माता सतीश कौशिक का 66 की उम्र में हार्ट अटैक आने से निधन हो गया और इस बात की पुष्टि उनके करीबी दोस्त और सहयोगी अनुपम खेर ने की है। सतीश कौशिक का शव गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में है और पोस्टमॉर्टम के बाद मुंबई लाया जाएगा। आइए आज हार्ट अटैक से जुड़े कुछ मुख्य शारीरिक संकेत जानते हैं, जो कई महीने पहले शरीर देने लगता और इन्हें नजरअंदाज करना मौत का कारण बन सकता है।
हार्ट अटैक कब आता है?
जब हृदय की मांसपेशियों को खून की आपूर्ति करने वाली धमनियों में किसी कारणवश रुकावट आ जाती है तो हृदय को पंपिंग करने में काफी मुश्किल होने लगती है। ऐसे में हार्ट अटैक यानी दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। वैसे तो हार्ट अटैक अचानक ही आता है, लेकिन कई महीने पहले से शरीर में कुछ ऐसे बदलाव नजर आने लगते हैं। इन्हें पहचानकर बीमारी का इलाज किया जाए तो इसका जोखिम कम किया जा सकता है।
हार्ट अटैक आने के कारण
हार्ट अटैक के मामलों में लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय बन गया है और इसके कारण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। हालांकि, इसके प्रमुख कारणों में खराब जीवनशैली और आदतें हैं। तनाव भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। हार्ट अटैक आने के बड़े जोखिम कारकों में टाइप 2 मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, स्क्रीन समय में वृद्धि, कम शारीरिक गतिविधि, हृदय रोग से जुड़ा पारिवारिक इतिहास, मोटापा आदि भी शामिल हैं।
सीने में ज्यादा दर्द, जलन या भारीपन महसूस होना
बार-बार सीने में ज्यादा जलन, दर्द या भारीपन जैसी परेशानी महसूस हो तो इसे गैस समझकर नजरअंदाज न करें बल्कि तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। सीने में ऐसी परेशानियां महसूस होना हार्ट अटैक के आने का सबसे मुख्य शारीरिक संकेत और लक्षण हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि आपको हार्ट अटैक ही आए यह हृदय से संबंधित कोई और समस्या भी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि ऐसी परेशानियां होने पर डॉक्टरी जांच करवाएं।
हृदय का सही ढंग से न धड़कना
बहुत ज्यादा परेशान या उत्साहित होने पर व्यक्ति के हृदय की धड़कन का कम या ज्यादा होना सामान्य बात है, लेकिन अगर आपके हृदय की धड़कन कुछ सेकेंड से ज्यादा देर के लिए अनियंत्रित हो रही है तो यह हार्ट अटैक का शारीरिक संकेत हो सकता है। अनियमित या फिर बहुत तेजी से हृदय का धड़कना यह बताता है कि हृदय के किसी वॉल्व में गड़बड़ है।
सांस लेने में तकलीफ होना
अगर कभी भी आपको एकदम से सांस लेने में काफी परेशानी होने लगे तो इस समस्या को भी हल्के में न लें। यह संकेत इस बात की तरफ इशारा करता है कि आपका हृदय अच्छी तरह से अपना काम नहीं कर पा रहा है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होगा क्योंकि यह शारीरिक संकेत भी हार्ट अटैक के आने की संभावना को व्यक्त कर सकता है।
हार्ट अटैक से जुड़े अन्य संकेत
कमजोरी, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना भी हार्ट अटैक की ओर इशारा कर सकते हैं। पेट के ऊपरी हिस्से, गर्दन या पीठ में दर्द या बेचैनी, एक या दोनों हाथों या कंधों में दर्द या बेचैनी होना भी हार्ट अटैक से जुड़े संकेत हैं। ठंडे पसीने आना या बहुत ज्यादा पसीना आना भी हार्ट अटैक से जुड़े चेतावनी शारीरीरक संकेत हैं।
हार्ट अटैक से सुरक्षित रहने के उपाय
1) धूम्रपान या सेकेंड हैंड स्मोक से बचें। 2) ब्लड प्रेशर को 120/80 mm Hg से नीचे रखें। 3) समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें। इसके अतिरिक्त ट्रांस फैट, सोडियम (नमक) और अतिरिक्त शक्कर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। 4) शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। 5) स्वस्थ वजन बनाए रखें। इसके लिए आपका बॉडी मास इंडेक्स 18.5-24.9 के बीच होना चाहिए। 6) रोजाना 7-9 घंटे सोने का लक्ष्य बनाएं। 7) नियमित मेडिकल चेकअप कराएं।
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