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कौन है राहुल गांधी की टीम में सरमा का वफादार? बंद कमरे की बात आई बाहर
कांग्रेस पार्टी में 15 साल तक रहे हैं हिमंत बिस्वा सरमा

कौन है राहुल गांधी की टीम में सरमा का वफादार? बंद कमरे की बात आई बाहर

लेखन गजेंद्र
Jul 16, 2025
07:11 pm

क्या है खबर?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमेशा सार्वजनिक तौर पर कहते आए हैं कि उनकी पार्टी में काफी लोग भाजपा के लिए काम करते हैं और उनको पार्टी से बाहर निकालना है। बुधवार को राहुल गांधी का यह शक तब यकीन में बदलता दिखा, जब उनकी पार्टी की बंद कमरे की बातें असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा तक पहुंच गईं। सरमा ने एक्स पर तुरंत कांग्रेस की बैठक में हुई चर्चा का हवाला देते हुए राहुल का बयान साझा कर दिया।

बैठक

सरमा ने क्या कहा?

सरमा ने एक्स पर लिखा, 'लिख कर ले लीजिए, हिमंत बिस्वा सरमा को जेल जरूर भेजेंगे। यह वही वाक्य है जो नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने असम में कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति के साथ अपनी बंद बैठक में कहा। वे केवल इतना कहने के लिए असम आए, लेकिन हमारे नेताजी यह आसानी से भूल गए कि वे स्वयं देशभर में दर्ज कई आपराधिक मामलों में जमानत पर हैं। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। आप असम का आनंद लीजिए।'

शक

कैसे पहुंची सरमा तक राहुल की बात?

दरअसल, राहुल ने यह बात असम में एक रैली के दौरान भी कही है, लेकिन सरमा ने कांग्रेस की 'बंद दरवाजे' की बैठक का हवाला दिया है। यह सभा कांग्रेस की राजनीतिक बैठक के बाद हुई है और सरमा ने बैठक के बाद दोपहर में करीब 1:42 बजे एक्स पर पोस्ट किया है। इससे शक जा रहा है कि असम कांग्रेस में अब भी सरमा के वफादार शामिल हैं, जो पार्टी में ही नहीं बल्कि समिति में भी हैं।

ट्विटर पोस्ट

सरमा का पोस्ट

राजनीति

15 साल कांग्रेस में रहे हैं सरमा

सरमा की असम और कांग्रेस में जड़े मजबूत हैं। उन्होंने अपनी राजनीति कांग्रेस से शुरू की और 2001 में जालुकबारी विधानसभा से पहली बार विधायक बने। वे 2015 तक इस सीट से जीतते रहे और 2015 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ गए। उनके तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से मतभेद थे और मुख्यमंत्री पद की चाहत भी थी। कांग्रेस नेता कहते हैं कि शारदा चिट फंड घोटाला समेत कई घोटालों की जांच शुरू होने के बाद सरमा भाजपा गए थे।