Page Loader
मार्जरी आसन: जानिए इस योगासन के अभ्यास का तरीका, इसके फायदे और सावधानियां

मार्जरी आसन: जानिए इस योगासन के अभ्यास का तरीका, इसके फायदे और सावधानियां

लेखन अंजली
Feb 24, 2021
06:45 am

क्या है खबर?

योगाभ्यास स्वास्थ्य के लिए बेहद ही लाभदायक माना जाता है क्योंकि यह न सिर्फ शरीर को सेहतमंद बनाता है बल्कि मन और दिमाग को शांत रखने में भी मदद करता है। वैसे तो योगासन कई प्रकार के होते हैं, लेकिन कुछ बेहद प्रचलित योगासनों में से एक मार्जरी आसन भी है जिसके रोजाना अभ्यास से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। चलिए फिर मार्जरी आसन के अभ्यास का तरीका और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।

अभ्यास

मार्जरी आसन के अभ्यास का तरीका

सबसे पहले योग मैट पर वज्रासन की स्थिति में बैठ जाएं और फिर हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।

सावधानियां

अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां

1) अगर इस योगासन का अभ्यास करते समय कलाई या फिर हाथों में दर्द हो तो तुरंत इस योगासन का अभ्यास छोड़ दें। 2) इस योगासन को करते समय गर्दन में दर्द होने लगे तो तुरंत आसन को छोड़ दें। 3) हाई ब्लड प्रेशर और चक्कर आने जैसी समस्याओं से पीड़ित लोग इस योगासन को न करें। 4) रीढ़ से जुड़ी बीमारियों या सर्वाइकल से ग्रसित लोग भी इस योगासन से दूर रहें।

फायदे

मार्जरी आसन के नियमित अभ्यास से मिलने वाले फायदे

मार्जरी आसन का रोजाना अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते हैं। उदाहरण के लिए इसके नियमित अभ्यास से शरीर का संतुलन कायम रहता है और हाथ-पैर और पीठ को मजबूती मिलती है। इसके अतिरिक्त किडनी और पाचन तंत्र आदि पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही इससे सिर दर्द से भी राहत मिल सकती है। अगर मानसिक स्वास्थ्य की बात करें तो इसके रोजाना अभ्यास से दिमाग शांत रहता है।

खास टिप्स

मार्जरी आसन के अभ्यास से जुड़ी विशेष टिप्स

1) अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास कर रहे हैं तो इसके दौरान अपने शरीर पर अधिक दबाव न डालें और कम समय में अभ्यास को पूर्ण करें। धीरे-धीरे अभ्यास के समय को बढ़ाएं। 2) योगाभ्यास के प्रत्येक चरण को बारीकी से समझें और इसके बाद ही अभ्यास करें। प्रत्येक चरण के साथ सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया का भी विशेष ध्यान रखें। 3) अगर शुरुआती अभ्यास योग विशेषज्ञ के साथ किया जाए तो अधिक बेहतर होगा।