शाकाहारी थाली की कीमत में वृद्धि, जानिए कारण
क्या है खबर?
अत्यधिक बारिश के कारण खराब हुई फसलों से कई सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। विशेष रूप से टमाटर, अदरक, प्याज और मिर्च की कीमत में वृद्धि ने सामान्य घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है।
इसके परिणामस्वरूप भारत के कई हिस्सों में आमतौर पर खाई जाने वाली एक सामान्य शाकाहारी थाली की कीमत महज एक महीने में एक तिहाई बढ़ गई है।
आइए इस अचानक मूल्य वृद्धि के कारणों और इसके प्रभाव को समझते हैं।
कीमत
शाकाहारी थाली की कीमत 24.4 रुपये से बढ़कर 37.7 रुपये हुई
अगस्त के लिए क्रिसिल की रोटी चावल दर (RRR) रिपोर्ट से पता चलता है कि घर में बनने वाली शाकाहारी थाली की कीमत 24.4 रुपये से बढ़कर 37.7 रुपये हो गई है, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत 55.6 रुपये से बढ़कर 66.8 रुपये हो गई है।
विशेष रूप से जुलाई के दौरान शाकाहारी और मांसाहारी थाली की कीमतों में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई।
बता दें कि शाकाहारी थाली में रोटी, सब्जियां, चावल, दाल, दही और सलाद शामिल होता है।
कारण
टमाटर की बढ़ती कीमत एक कारण
थाली की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए काफी हद तक टमाटर की बढ़ती कीमतों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जहां जून में टमाटर का भाव 30-40 रुपये के बीच में था, वहीं जुलाई और अगस्त में ये 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बाजारों में बिक रहा है।
यह रिपोर्ट देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से इकट्ठा किए डाटा को ध्यान में रखकर एक थाली की औसत कीमत की गणना पर आधारित है।
सब्जियां
अन्य सब्जियों की कीमतों में भी हुआ इजाफा
यह रिपोर्ट अन्य सब्जियों की बढ़ती कीमत पर भी लोगों का ध्यान डालती है। पिछले महीने प्याज की कीमत में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि आलू की कीमत में 9 प्रतिशत तक इजाफा देखा गया था।
यही नहीं, मिर्च और जीरे जैसे मसालों की कीमतें मासिक आधार पर 69 और 16 प्रतिशत बढ़ीं। हालांकि, भोजन तैयार करने में इनकी कम मात्रा ने थाली की लागत पर इनके प्रभाव को सीमित कर दिया।
मांसाहारी थाली
चिकन की कीमतों में गिरावट से मांसाहारी थाली की कीमत हुई सामान्य
ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में 3-5 प्रतिशत की गिरावट के कारण मांसाहारी थाली की कीमत सामान्य हुई है।
इसके अतिरिक्त वनस्पति तेल की कीमतों में 2 प्रतिशत की कमी ने भी थाली की लागत कम की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार तीसरे महीने थाली के मूल्य में वृद्धि हुई है। हर महीने की कीमत की पिछले महीने की थाली की कीमत के साथ तुलना की जाती है।