हर 10 में से 3 भारतीयों का है फैटी लिवर, जानिए कैसे रह सकते हैं सुरक्षित
फैटी लिवर एक ऐसी बीमारी है, जो भारत में तेजी से बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के अनुसार, हर 10 में से 1-3 भारतीय को यह बीमारी है। आम तौर पर यह बीमारी शराब पीने वाले लोगों को अपना शिकार बनाती है। हालांकि, अब देशभर में नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर बीमारी (NAFLD) के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं।
जानिए फैटी लिवर बीमारी के कारण
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है, जिसके दौरान लिवर में वसा जमा हो जाती है। यह बीमारी आम तौर पर अत्यधिक वजन बढ़ने से फैलती है। इसके अलावा, अधिक वसा वाला भोजन करने, अस्वस्थ डाइट लेने, मधुमेह से पीड़ित होने या ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण भी आपको फैटी लिवर हो सकता है। इस बीमारी के कारण आपका लिवर तो प्रभावित होता ही है, साथ ही शरीर के अन्य अंग भी खराब हो सकते हैं।
अपने वजन को नियंत्रित रखें और स्वस्थ डाइट लें
अपने आपको फैटी लिवर बीमारी से बचाने के लिए आपको स्वस्थ और पौष्टिक डाइट लेनी चाहिए। अपने खान-पान में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और मेवे शामिल करें। इसके अलावा, फैटी लिवर की रोकथाम के लिए अपने वजन को नियंत्रित रखना भी बेहद जरूरी होता है। इसके लिए जंक फूड, शराब, वसा युक्त भोजन और चीनी युक्त व्यंजनों से दूरी बनाएं। आप सुबह के समय ये 5 पेय पी कर फैटी लिवर से छुटकारा पा सकते हैं।
रोजाना एक्सरसाइज करें
नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर बीमारी सबसे ज्यादा उन लोगों को प्रभावित करती है, जो मोटे होते हैं। ऐसे में इस बीमारी से बचे रहने के लिए आपको वजन घटाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हर दिन करीब आधा घंटे एक्सरसाइज करें। नियमित व्यायाम के जरिए आपके शरीर की कैलोरी और अतिरिक्त चर्बी कम हो जाएगी। आप रोजाना सुबह उठकर सैर करने जा सकते हैं या जिम जाकर भी वर्कआउट कर सकते हैं।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं और सही दवाइयां लें
अगर आपको फैटी लिवर बीमारी के कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। नियमित जांच करवाने से फैटी लिवर और अन्य समस्याओं का जल्द पता लगाया जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप आपका इलाज भी जल्दी हो सकेगा। इसके अलावा, केवल डॉक्टर की सुझाई हुई दवाइयां ही खाएं। खुद से किसी भी दवाई का सेवन करना आपकी स्थिति को बिगाड़ सकता है। इन लाल रंग के जूस से भी फैटी लिवर ठीक हो सकता है।
जरूरत पड़ने पर लगवाएं वैक्सीन
अगर आपको फैटी लिवर बीमारी है, तो आप डॉक्टर के सुझाव पर वैक्सीन लगवा सकते हैं। हेपेटाइटिस A और B के लिए बनाई गई वैक्सीन इस बीमारी को लिवर को नुकसान पहुंचाने से रोक सकती हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि निष्क्रिय वैक्सीन फैटी लिवर से पीड़ित रोगियों में लिवर कार्य असामान्यताओं के जोखिम को कम कर सकती है। हालांकि, बिना डॉक्टर से परामर्श किए किसी प्रकार की वैक्सीन न लगवाएं, नहीं तो परेशानी बढ़ सकती है।