बुढ़ापे में भूलने की समस्या से बचने के लिए खाएं ये 5 खाद्य पदार्थ
हम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लेकिन शरीर कितनी अच्छी तरह काम करता है, इस पर नियंत्रण रख सकते हैं। कमजोर याददाश्त, अल्जाइमर या मनोभ्रंश आम स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिनका बुजुर्ग लोगों को सामना करना पड़ता है। हालांकि, अगर आप 50 की उम्र के बाद अपने खान-पान पर अतिरिक्त ध्यान देते हैं तो याददाश्त सुधारने में मदद मिल सकती है। लाभ के लिए अपनी डाइट में इन 5 खाद्य पादर्थों को जरूर शामिल करें।
सूखे मेवे और बीज
सूखे मेवे और बीज मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन-E जैसे कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसके अलावा इनमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसी स्वस्थ वसा होती हैं, जो दिमाग के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनके सेवन से पेट भी देर तक भरा रहता है और याददाश्त भी तेज होती है। इसके लिए अपनी डाइट में बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज या सूरजमुखी के बीज शामिल करें।
बेरीज
चाहें ब्लूबेरी हों या अन्य बेरीज, इनका सेवन भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। बेरीज एंथोसायनिन, फ्लेवोनोइड और पॉलीफेनोल गुणों से भरपूर होती हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं। इसके अलावा इनमें विटामिन-C और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व दिमाग की कार्यक्षमता को सुधारने और इम्युनिटी को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
साबुत अनाज
याददाश्त को तेज करने के लिए दिमाग को ग्लूकोज की जरूरत होती है और साबुत अनाज इसके लिए बेहतरीन है। इसके अतिरिक्त साबुत अनाज फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत होता है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकता है, इसलिए डाइट में साबुत अनाज का होना महत्वपूर्ण है। आप चाहें तो मल्टीग्रेन ब्रेड, होल ग्रेन टॉर्टिला और ब्राउन पास्ता आदि के रूप में साबुत अनाज खा सकते हैं।
फल और सब्जियों का सेवन करें
फल और सब्जियां विटामिन, खनिज और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं। इनके सेवन से तनाव कम होता है और ये याददाश्त को तेज करने में भी मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए अपनी डाइट में जामुन, पत्तेदार साग और खट्टे फल जैसे सभी प्रकार के मौसमी फल और सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा आपको आलू का सेवन अधिक करने से बचना चाहिए।
संतरा
संतरे में मौजूद विटामिन-C और एंटी-ऑक्सीडेंट न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार के जोखिम को कम करने और याददाश्त को मजबूत बनाए रखने में मददगार है। एक अध्ययन के अनुसार, इसमें मौजूद बायोफ्लेवोनॉइड्स में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा यह समय के साथ याददाश्त कमजोर होने के जोखिम को कम करता है।