उत्तराखंड का ऑफबीट गंतव्य है कौसानी, यहां की इन 5 जगहों का जरूर करें रुख
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी एक ऐसा ऑफबीट गंतव्य है, जहां जाकर आप कई प्रकार की सुखदायक और शांत गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। यह जगह त्रिशूल पर्वत, पंचचुली और नंदा देवी समेत बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है। ऐसे में त्योहारी सीजन में आने वाली छुट्टियों के दौरान यहां जाने की योजना बनाई जा सकती है। आइए आज हम आपको कौसानी के 5 प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं।
रुद्रधारी झरना
रुद्रधारी झरना घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। समुद्र तल से लगभग 1,500 मीटर की ऊंचाई तक फैले इस झरने तक पैदल यात्रा करना काफी आसान है। झरने के अलावा यहां एक शिव और विष्णु मंदिर भी है। रुद्रधारी का नाम हिंदू देवता भगवान शिव से लिया गया है। यह क्षेत्र हरे-भरे घास के मैदानों और देवदार के पेड़ों से भी भरा हुआ है।
बैजनाथ मंदिर
गोमती नदी के तट पर स्थित बैजनाथ मंदिर प्राचीन कला और वास्तुकला की बेहतरीन प्रदर्शनी है। साथ ही यह एक शांत वातावरण से युक्त मंदिर है। मंदिर का मुख्य आकर्षण उत्तरायणी मेला है, जो हर साल जनवरी महीने में आयोजित किया जाता है और यह देश-विदेश के लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। अगर आप उत्तराखंड जाने की योजना बना रहे हैं तो सरयू और गोमती के संगम पर स्थित इस मंदिर की यात्रा जरूर करें।
अनासक्ति आश्रम
शहर के केंद्र से लगभग 300 मीटर की दूरी पर स्थित अनासक्ति आश्रम वह स्थान है, जहां महात्मा गांधी रुके थे। यहीं पर गांधीजी ने अनासक्ति योग लिखा था, जिसे निस्वार्थ कर्म के सुसमाचार के रूप में भी सराहा जाता है। साथ ही इसे महात्मा गांधी की सबसे बेहतरीन साहित्यिक कृतियों में से एक के रूप में जाना जाता है। इस आश्रम में एक संग्रहालय भी है, जिसमें महात्मा गांधी की तस्वीरें और अन्य साहित्यिक कृतियां हैं।
सोमेश्वर
कौसानी में घूमने के लिए सर्वोत्तम स्थानों की सूची में एक और स्थान सोमेश्वर है। सोमेश्वर की घाटी उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध घाटियों में से एक है और यह अपने मंदिर के लिए जानी जाती है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह स्थान वहां के स्थानीय लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है, यही वजह है कि ज्यादातर लोग रोजाना इस मंदिर में आते हैं। इसके अलावा इस घाटी के नजारे किसी भी परिभाषा से परे हैं।
पिन्नाथ
कौसानी से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर पिन्नाथ एडवेंचर चाहने वालों के लिए स्वर्ग है। एक बार शीर्ष पर पहुंचने के बाद आपको यहां भगवान भैरों को समर्पित एक पिननाथ मंदिर भी है, जो अपनी आकर्षक संरचना के लिए जाना जाता है। मंदिर की दीवारों और दरवाजों पर राजाओं और पांडवों की तस्वीरें हैं। इसके अलावा यहां जाकर आप पिंडारी ग्लेशियर, कफनी ग्लेशियर और सुंदरढुंगा ग्लेशियर के कुछ ट्रेक को ट्रेकिंग के लिए चुन सकते हैं।