पौधे-आधारित आहार लेने के बावजूद कम नहीं हो रहा वजन? हो सकते हैं ये कारण
कई लोग वजन घटाने के उद्देश्य से पौधे-आधारित डाइट लेते हैं, लेकिन क्या हो अगर इससे आपका लक्ष्य ही पूरा न हो? इसका मुख्य कारण बाजार में बिकने वाले पौधे-आधारित खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन हो सकता है और इनमें छिपी हुई कैलोरी शरीर में वसा बढ़ाने का काम करती है। इससे हटकर कुछ और कारण भी हैं, जो इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। आइए इन कारणों के बारे में जानते हैं।
अधिक खाना
सक्रिय होने के बावजूद भी आपका वजन कम नहीं होने का एक कारण यह है कि आप बहुत अधिक कैलोरी का सेवन कर रहे हैं। आप चाहें जो भी आहार ले, उसमें सीमित मात्रा में खाना ही वजन कम करने की कुंजी है। अच्छा यही होगा कि आप भोजन के लिए छोटी प्लेट का प्रयोग करें। प्लेट के आधे भाग में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ, एक चौथाई सब्जियां और शेष एक चौथाई में साबुत अनाज होना चाहिए।
पर्याप्त प्रोटीन न लेना
पौधे-आधारित आहार में प्रोटीन की मात्रा कम होती है और इसमें वे सभी आवश्यक अमीनो एसिड नहीं होते हैं, जिनकी शरीर को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए जरूरत होती है। अगर आप पर्याप्त प्रोटीन का सेवन नहीं कर रहे हैं तो इससे मांसपेशियां कमजोर हो जाएंगी, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाएगा और वसा भी जमेगी। इसलिए ध्यान रखें कि आपके द्वारा उपभोग किए जाने वाले प्रत्येक भोजन में कम से कम 2-3 प्रकार के शाकाहारी प्रोटीन स्रोत हों।
निष्क्रिय जीवनशैली
भले ही आप कोई भी आहार ले रहे हों, निष्क्रिय जीवनशैली जीने से भी वजन बढ़ सकता है। अधिकांश लोग दिन में कम से कम 18 घंटे बैठते हैं और बाकी घंटे सोते हैं। कसरत न करना न केवल वजन घटाने में बाधा डालता है, बल्कि हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। लाभ के लिए हर सप्ताह 5 घंटे कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का अभ्यास जरूर करें।
भोजन न करना
यह सोचना गलत है कि खाना छोड़ने से आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी। 3 घंटे से अधिक समय तक न खाना आपके शरीर को कई समस्याओं की चपेट में ला सकता है। शरीर की कोशिकाएं किसी भी चीज को वसा के रूप में संग्रहित कर लेंगी और आपका वजन कम होने की बजाय बढ़ने लगेगा। इससे बचने के लिए दिन में 5-6 बार खाना खाएं और प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी भी जरूर पीएं।
ढंग से नींद न लेना
अगर आप सही खा रहे हैं और कसरत कर रहे हैं, लेकिन उचित आराम नहीं कर रहे हैं तो आपका वजन कम नहीं होगा। यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि शरीर और मस्तिष्क को आराम की आवश्यकता होती है और सोने से तरोताजगी महसूस होती है। मांसपेशियों के पुनर्निर्माण और हानिकारक मुक्त कणों को बाहर निकालने के लिए आपको रोजाना कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।