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कोच्चि के नजदीक मौजूद हैं ये ऑफबीट पर्यटन स्थल, जरूर जाएं घूमने
कोच्चि के पांच ऑफबीट पर्यटन स्थल (इंस्टा: ट्विटर/@KeralaTourism)

कोच्चि के नजदीक मौजूद हैं ये ऑफबीट पर्यटन स्थल, जरूर जाएं घूमने

लेखन अंजली
Jun 08, 2022
01:20 pm

क्या है खबर?

केरल में स्थित कोच्चि एक वाणिज्यिक बंदरगाह शहर है, जिसे 'अरब सागर की रानी' भी कहा जाता है। यह शहर प्राचीन मंदिरों, झरने, आकर्षक संग्रहालयों और शानदार प्रकृति दृश्यों के माध्यम से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कोच्चि पर्यटन की दृष्टि से काफी संपन्न है और आज हम आपको इसके नजदीक मौजूद ऑफबीट पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जाकर आप अपनी छुट्टियों के दिन सुकून से बिता सकते हैं।

#1

अथिराप्पिल्ली वॉटर फॉल्स

कोच्चि से 73 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अथिरापल्ली वॉटर फॉल्स एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है, जहां आप रोजाना की भीड़भाड़ से दूर अपनी छुट्टियों का शांतिपूर्ण तरीके से लुत्फ उठा सकते हैं। 80 फीट की ऊंचाई से गिरते इस वॉटर फॉल का नजारा इतना खूबसूरत है कि इसे 'भारत का नियाग्रा फॉल' भी कहा जाता है। यहां हर साल काफी तादाद में लोग पहुंचते हैं और प्रकृति की इस अद्भुत छटा को देखकर हैरान रह जाते हैं।

#2

एट्टूमानूर महादेव मंदिर

कोच्चि से 54 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एट्टूमानूर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जहां सालभर भक्तों को तांता लगा रहता है। एट्टूमानूर महादेव मंदिर भारत के प्रमुख शिव मंदिरों में से एक है। किंवदंतियों के अनुसार, ऋषि व्यास और पांडव यहां पूजा करते थे। अपनी अनूठी लकड़ी की नक्काशी और भित्ति चित्रों के लिए लोकप्रिय इस मंदिर में हर साल फरवरी-मार्च के दौरान अरट्टू उत्सव का आयोजन किया जाता है।

#3

पीची बांध

कोच्चि से 97 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पीची बांध एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जो निश्चित रूप से आपका मनमोह लेगा। 3,200 एकड़ के क्षेत्र में फैला पीची बांध केरल की मुख्य सिंचाई परियोजना है और बोटिंग के साथ-साथ एक मजेदार पिकनिक का आनंद लेने के लिए आदर्श स्थान है। 1957 में बना यह बांध त्रिस्सूर शहर के लिए पीने के पानी की आपूर्ति करता है। वहीं, इसके पास में एक फव्वारा और वनस्पति उद्यान भी है।

#4

गुरुवायुर

गुरुवायूर कोच्चि से लगभग 93 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है, जिसका आकर्षण केंद्र प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर है, जो भगवान गुरुवायुरप्पन को समर्पित है। भगवान गुरुवायुरप्पन मूल रूप से श्री कृष्ण के बाल रूप हैं और कई चमत्कार करने के लिए जाने जाते हैं। इस मंदिर में मौजूद प्रतिमा एक अनोखे मिश्रण से बनी है, जिसे पडाला अंजनम कहा जाता है। इस धार्मिक स्थल पर आने के बाद आप यहां मम्मियूर मंदिर और श्री पार्थसारथी मंदिर भी जा सकते हैं।

#5

पत्तनंतिट्टा

पत्तनंतिट्टा कोच्चि से 118 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसे केरल के तीर्थ पर्यटन के मुख्यालय के रूप में जाना जाता है। हरी-भरी पहाड़ियों, शांत नदियों, धार्मिक स्थलों और जंगलों से घिरे इस पर्यटन स्थल पर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं या सांस्कृतिक प्रशिक्षण केंद्रों पर जा सकते हैं। यह स्थान पदयानी नामक 10 दिवसीय नृत्य उत्सव का आयोजन करता है। यहां पाए जाने वाले अन्य कला रूपों में अरनमुला कन्नड़ और वास्तुविद्या गुरुकुलम शामिल हैं।