भारत के पांच रहस्यमयी मंदिर, जहां की अविश्वसनीय घटनाएं आपको हैरान कर देंगी
भारत एक ऐसा देश है, जो कई तरह के रहस्यों और आकर्षण को अपने अंदर समेटे हुए है। अगर बात यहां के मंदिरों की करें तो भारत में लगभग दो लाख मंदिर है और लाखों देवी-देवताओं को पूजा जाता है। हालांकि, इनमें से कुछ मंदिर ऐसे हैं, जो वैज्ञानिक नहीं बल्कि अनूठी घटनाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। आइए आज हम आपको भारत के पांच रहस्यमयी मंदिरों के बारे में बताते हैं।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है, जो भारत के सबसे रहस्यमय मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां जाने पर आपको कई विचित्र दृश्य देखने को मिल जाएंगे, जिन्हें पहली बार देखकर आप डर भी सकते हैं क्योंकि माना जाता है कि यहां पर ऊपरी चक्कर और प्रेत बाधा से परेशान लोगों को मुक्त करवाया जाता है, जिनकी हरकतें यकीनन आपको विचलित कर सकती हैं।
कामाख्या देवी मंदिर
यह मंदिर गुवाहाटी की नीलाचल पहाड़ी पर स्थित है और यह 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस मंदिर में देवी की प्रतिमा को नहीं बल्कि योनि भाग को पूजा जाता है। माना जाता है कि मानसून के दौरान तीन दिन तक देवी को मासिक धर्म आते हैं, जिस दौरान उनके पास एक सफेद कपड़ा रखा जाता है और मंदिर बंद कर दिया जाता है, फिर जब मंदिर खुलता है तो कपड़ा लाल रंग के पानी से भीगा मिलता है।
वेंकटेश्वर मंदिर
वेंकटेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित है। कहते हैं मंदिर में स्थापित तिरूपति बालाजी की दिव्य काली मूर्ति किसी ने बनाई नहीं बल्कि वह जमीन से प्रकट हुई है। यही नहीं, मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति पर लगे बाल असली हैं, जो कभी उलझते नहीं हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, भगवान की मूर्ति पर कान लगाकर सुनने पर समुद्र की लहरों की ध्वनि सुनाई देती है। शायद इसी वजह से मंदिर में स्थापित मूर्ति हमेशा नम रहती है।
वीरभद्र मंदिर
आंध्र प्रदेश के लोपाक्षी जिले में स्थित वीरभ्रद मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि इस मंदिर में कुल 70 खंभे हैं, जिसमें से एक खंभा हवा में है और इसका रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया है। मान्यता है कि इस खंभे के नीचे से अपना कोई कपड़ा निकालने से घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं, इस मंदिर में एक बड़ा पैर का निशान भी है, जिसे कई लोग भगवान राम के पैर का निशान मानते हैं।
श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर
गुजरात में स्थित श्री स्तंभेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की रहस्यमयी बात है कि यह गायब हो जाता है और दिन में दो बार प्रकट होता है। दरअसल, यह मंदिर समुद्र पर स्थित है और जैसे इसका जल स्तर बढ़ता है तो मंदिर आंखों से ओझल हो जाता है और जब समुद्र का जल स्तर घटता है तो मंदिर फिर से नजर आने लगता है। यह घटना रोजाना सुबह और शाम के समय घटती है।