अच्छी सेहत का खजाना है धनिये के बीज, जानिए इससे मिलने वाले फायदे
दुनियाभर के कई व्यंजनों को बनाते समय धनिये के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है, खासकर भारतीय सब्जियों में। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ यह सेहत के लिए भी अच्छे हैं। माना जाता है कि इनमें कई ऐसे औषधीय गुण शामिल होते हैं, जो कई तरह की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सक्षम हैं। हालांकि, अधिकतर लोग इसके फायदों से अनजान है। आइए आज हम आपको धनिये के बीज के फायदे बताते हैं।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में हैं प्रभावी
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारण बनता है। ऐसे में इसे कम रखना जरूरी है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में कहा गया है कि धनिये के बीज में मौजूद हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव रक्त लिपिड का स्तर संतुलित करके खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर कम कर सकता है। अगर आपको हाई कोलेस्ट्रॉल है तो डॉक्टरी सलाह के बाद अपनी डाइट में धनिये के बीज को जरूर शामिल करें।
मधुमेह को नियंत्रित करने में हैं मददगार
NCBI की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, धनिये के बीज अपने हाइपोग्लाइकेमिक गुणों के कारण मधुमेह से बचाव के साथ ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखने में बहुत अधिक कारगर है। यह स्टार्च के ग्लूकोज में टूटने को कम करके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को भी नियंत्रित करते हैं। धनिये के बीजों के नियमित सेवन से मधुमेह के लक्षणों जैसे अत्यधिक प्यास, वजन कम होना, बार-बार पेशाब आना आदि से भी राहत मिलती है।
पाचन क्रिया को बनाते हैं मजबूत
एक शोध के अनुसार, धनिये के बीजों में मौजूद पोषक तत्वों के साथ-साथ कई ऐसे रासायनिक यौगिक भी मौजूद होते हैं, जो पाचन क्रिया में बाधा डालने वाले सूक्ष्मजीवों को खत्म करने का काम करते हैं। इससे पाचन क्रिया में सुधार हो सकता है। ये गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम से भी राहत प्रदान करते हैं। इस आधार पर कहा जा सकता है कि धनिये के बीज पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद हैं।
अर्थराइटिस का खतरा करें कम
धनिये के बीजों में मौजूद प्रो-इंफ्लेमेटरी गुण साइटोकिन्स की गतिविधि से लड़कर अर्थराइटिस के दर्द को दूर कर सकते हैं बता दें कि साइटोकिन्स मानव प्रणाली में यौगिक होते हैं, जो सूजन को बढ़ावा देते हैं। अर्थराइटिस के दर्द के इलाज के लिए धनिये के बीजों का इस्तेमाल दर्द निवारक पेस्ट के रूप में किया जा सकता है। हालांकि, अर्थराइटिस के रोगी डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसका इस्तेमाल करना सुनिश्चित करें।
वजन नियंत्रित करने में है सहायक
अपनी डाइट में धनिये के बीजों को शामिल करने से आपको वजन नियंत्रित करने में काफी मदद मिलती है। इनमें वसा की मात्रा कम होती है और कोलेस्ट्रॉल भी नहीं होता है। इसके अतिरिक्त, इनमें उच्च फाइबर और प्रोटीन होता है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करवाते हैं और आप सेहत खराब करने वाली स्नैकिंग से बच सकते हैं।