मानसून के दौरान रोजाना पिएं एक कप तुलसी की चाय, मिलेगें कई फायदे
क्या है खबर?
मानसून के दौरान नमी का स्तर काफी बढ़ जाता है, जो कीटाणुओं के पनपने का माहौल बना देता है और इस मौसम के तापमान में होने वाले भारी उतार-चढ़ाव के कारण शरीर इन कीटाणुओं और वायरल के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
अगर आप खुद को विभिन्न संक्रमण और बीमारियों से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो रोजाना एक कप तुलसी की चाय का सेवन करें क्योंकि यह एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट समेत कई लाभकारी गुणों से भरपूर होती है।
#1
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में है सहायक
तुलसी की चाय एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं।
इससे शरीर को मानसून के दौरान होने वाले संक्रमणों से निपटने में काफी मदद मिल सकती है।
अगर आप इस चाय को सुबह के समय पीते हैं तो इससे आपको भरपूर ऊर्जा और ताजगी भी मिल सकती है।
यहां जानिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने वाली खान-पान की अन्य चीजें।
#2
ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित करने में है प्रभावी
ब्लड प्रेशर वह बल होता है, जिसका इस्तेमाल खून धमनियों से होकर गुजरने के लिए करता है।
अगर किसी कारणवश इस बल में उतार-चढ़ाव आ जाता है तो इससे हृदय प्रभावित हो सकता है और शरीर कई बीमारियों से घिर सकता है।
हालांकि, तुलसी की चाय में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित करने में मदद कर सकते हैं।
यहां जानिए हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक व्यंजनों की रेसिपी।
#3
पाचन संबंधी समस्याओं से मिल सकती है राहत
पाचन समस्याओं से सुरक्षित रहने के लिए भी तुलसी की चाय का सेवन किया जा सकता है।
यह भूख को बढ़ावा देने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में कारगर है।
इसके अतिरिक्त यह पाचक रसों के स्राव को बढ़ावा दे सकती है, जिससे आवश्यक पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है।
साथ ही यह चाय पेट फूलना, पेट में गड़बड़ी, सूजन, पेट दर्द और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी स्थितियों का इलाज करने में प्रभावी है।
#4
चिंता से दिला सकती है छुटकारा
तुलसी की चाय में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तंत्रिकाओं को शांत करके चिंता को कम कर सकते हैं।
ये शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन के स्राव को भी बढ़ाते हैं, जो चिंता और तनाव के लक्षणों को कम कर सकते हैं और हिस्टीरिया, बुरे सपने और अनिद्रा जैसे विकारों का इलाज कर सकते हैं।
कई अध्ययनों के मुताबिक, जो लोग रोजाना तुलसी की चाय पीते हैं, उनमें मानसिक थकान कम होती है।
#5
महावारी के दर्द और ऐंठन को कर सकती है दूर
माहवारी के दौरान पेट में दर्द और ऐंठन जैसी समस्याएं होने लगती हैं, जो आमतौर पर प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन के अत्यधिक स्राव के कारण होती हैं।
हालांकि, तुलसी की चाय का सेवन इससे छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें दर्द निवारक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
इसके अलावा यह अपच के कारण होने वाली पेट की ऐंठन को भी कम कर सकती है।
रेसिपी
तुलसी की चाय बनाने का तरीका
सामग्री: तुलसी की 5 से 6 पत्तियां, पानी, थोड़ी-सी दालचीनी, थोड़ा अदरक, एक चौथाई चम्मच चायपत्ती, थोड़ा-सा दूध (वैकल्पिक), चीनी या शहद (स्वादानुसार)।
चाय बनाने का तरीका: सबसे पहले एक पैन में पानी को अच्छे से गर्म करें, फिर उसमें चायपत्ती डालें और जब पानी में उबाला आ जाए तो तुलसी, दालचीनी, अदरक और दूध डालकर फिर से उबालें। अब चाय को एक कप में छानकर डालें और इसमें शहद या चीनी मिलाकर इसका सेवन करें।