
प्रियंका गांधी के बच्चों के इंस्टाग्राम एकाउंट नहीं हुए हैक- रिपोर्ट
क्या है खबर?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बच्चों के इंस्टाग्राम एकाउंट हैक नहीं हुए थे। बुधवार को आधिकारिक सूत्रों ने NDTV को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT) की शुरुआती जांच में यह पता चला है कि एकाउंट हैक नहीं हुए थे।
मंगलवार को प्रियंका ने आरोप लगाया था कि सरकार ने उनके बच्चों के इंस्टाग्राम एकाउंट हैक किए हैं, जिसके बाद सरकार ने खुद संज्ञान लेकर इस मामले की जांच के आदेश दिए थे।
घटनाक्रम
प्रियंका ने क्या कहा था?
मंगलवार को प्रियंका ने आरोप लगाते हुए कहा था कि फोन टैपिंग की बात छोड़िए, सरकार तो उनके बच्चों के इंस्टाग्राम एकाउंट भी हैक कर रही है।
हालांकि प्रियंका ने इस मामले में कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
लेकिन सरकार ने खुद संज्ञान लेकर इस मामले की जांच कराने का फैसला लिया था।
सरकार ने मामले की जांच CERT को सौंपी थी, जो हैकर्स का पता लगाने और साइबर अटैक रोकने के लिए उन्नत प्रयोगशाला चलाती है।
फोन टैपिंग
अखिलेश यादव भी लगा चुके हैं फोन टैपिंग के आरोप
प्रियंका गांधी से पहले अखिलेश यादव भी सरकार पर फोन टैप करवाने का आरोप लगा चुके हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी पार्टी के नेताओं के फोन टैप हो रहे हैं और मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) रोज शाम को उनकी रिकॉर्डिंग सुनते हैं।
उन्होंने मीडिया से ये भी कहा था कि अगर वे उनसे बात करते हैं तो अलर्ट हो जाइए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कुछ इसी तरह के आरोप सरकार पर लगाए थे।
पेगासस
सरकार पर पहले भी लग चुके हैं जासूसी के आरोप
वैसे ये पहली बार नहीं है जब सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे हैं।
इससे पहले सरकार पर इजरायल के स्पाईवेयर पेगासस के जरिए विरोधियों और नागरिकों की जासूसी करने और उनके फोन हैक करने के आरोप भी लग चुके हैं।
इसी साल जुलाई में आई रिपोर्ट में पेगासस के जरिए राहुल गांधी और प्रशांत किशोर समेत विपक्ष के कई नेताओं, मोदी सरकार के दो मंत्रियों और कई पत्रकारों को निशाना बनाए जाने की बात सामने आई थी।
न्यूज़बाइट्स प्लस
बंद हो सकता है पेगासस
इजरायल का NSO ग्रुप विवादित स्पाईवेयर पेगासस को बंद करने पर विचार कर रहा है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्ज चुकाने में हो रही समस्याओं के कारण पूरा NSO ग्रुप भी बिक सकता है।
कंपनी कथित रूप से कई निवेश फंड्स के साथ बातचीत कर रही है जिससे कर्ज चुकाने के लिए राशि जुटाई जा सके या कंपनी को बेचा जा सके।
दो अमेरिकी कंपनियां, NSO ग्रुप का नियंत्रण हासिल करने की दौड़ में शामिल हैं।