उत्तर प्रदेश: अखिलेश यादव बोले- सपा नेताओं के फोन टैप हो रहे, मुख्यमंत्री सुनते हैं रिकॉर्डिंग
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के नेताओं के फोन टैप हो रहे हैं और मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) रोज शाम को उनकी रिकॉर्डिंग सुनते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके कार्यालय के सभी लैंडलाइन नंबर भी टैप हो रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब एक दिन पहले आयकर विभाग ने उनके करीबी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
पृष्ठभूमि
राजीव राय के आवास पर हुई थी छापेमारी
आयकर विभाग ने शनिवार को सपा प्रवक्ता राजीव राय समेत अखिलेश यादव का चार करीबियों के आवासों पर छापा मारा था।
राय ने 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके।
छापों के बाद प्रतिक्रिया देते हुए राय ने कहा था, "मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और न ही मेरे पास काला धन है। मैं लोगों की मदद करता हूं और सरकार को यह पसंद नहीं है और यह इसी का नतीजा है।"
प्रतिक्रिया
छापों पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने कहा कि आयकर विभाग के छापे दिखाते हैं कि भाजपा चुनाव हार रही है। कांग्रेस भी सत्ता में रहते हुए यही तरीके अपनाती थी और अब भाजपा ने इस स्क्रिप्ट पर काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जाएंगे, भाजपा के ये हथकंडे बढ़ते जाएंगे। अभी तो आयकर विभाग आया है, अब ED और CBI आएगी, लेकिन साइकिल (सपा का चुनाव चिन्ह) नहीं रुकेगी।
उत्तर प्रदेश
अखिलेश का दावा- सपा बनाएगी अगली सरकार
सपा प्रमुख ने कहा कि इस साल हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के समय भी भाजपा ने यही तरीका अपनाया था और इसका नतीजा सबके सामने है।
उन्होंने कहा कि वो 'डर्टी ट्रिक्स' खेल रहे अधिकारियों को जानते हैं और सत्ता आने पर उनसे निपटेंगे।
उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी विजय होकर उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बनाएगी। उत्तर प्रदेश में रामराज्य का रास्ता समाजवाद से होकर गुजरेगा।
बयान
सरकार को बताया 'अनुपयोगी'
अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट किया, 'हाथरस की बेटी, लखीमपुर का किसान, गोरखपुर का व्यापारी, असुरक्षित महिला, बेरोज़गार युवा, पीड़ित दलित-पिछड़े सब कह रहे हैं... यूपी के लिए वर्तमान सरकार उपयोगी नहीं, अनुपयोगी है। यूपीवाले कह रहे हैं अगर कोई 'उप-योगी' है; तो 'मुख्य-योगी' कौन है। यूपी कहे आज का
नहीं चाहिए भाजपा।'
इसमें उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान की तरफ था, जिसमें उन्होंने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के लिए उपयोगी बताया था।
उत्तर प्रदेश
अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
सपा नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी ऐसे समय हो रही है, जब विधानसभा चुनावों में थोड़ा ही वक्त बाकी है।
राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होेने हैं। अभी तक के रुझानों में इन चुनावों में मुख्य टक्कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा में नजर आ रही है।
कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी भी अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में हैं।