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करारी हार के बाद मायावती ने फिर गाया EVM राग, कहा- बैलेट पेपर से हों चुनाव

करारी हार के बाद मायावती ने फिर गाया EVM राग, कहा- बैलेट पेपर से हों चुनाव

May 24, 2019
01:55 pm

क्या है खबर?

लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को दोष देते हुए कहा कि इससे लोगों का विश्वास उठ गया है। उन्होंने कहा कि जिन सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशियों को जीत मिली है, वहां इन लोगों ने EVM में गड़बड़ी नहीं कराई ताकि जनता को शक न हो। मायावती ने कहा कि भाजपा एंड कंपनी ने EVM को पूरी तरह हाईजैक कर लिया है।

आरोप

मायावती बोलीं- भाजपा और चुनाव आयोग को आपत्ति क्यों?

मायावती ने कहा कि पूरे देश में EVM का विरोध हो रहा है और इन नतीजों के बाद लोगों का इस पर विश्वास खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जब अधिकतर पार्टियां चुनाव आयोग से EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं तो चुनाव आयोग और भाजपा को इस पर आपत्ति क्यों है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आयोग और भाजपा तैयार नहीं है तो इसका मतलब है कि कुछ तो गड़बड़ है।

मायावती के आरोप

EVM से जनता संतुष्ट नहीं- मायावती

चुुनावों के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने की विपक्ष की मांग पर सुप्रीम कोर्ट को गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि EVM से जनता संतुष्ट नहीं है और उन्हें लग रहा है कि जिस तरह से नतीजे देश में आए हैं वह लोगों के गले नहीं उतर रहे हैं। बता दें, विपक्षी पार्टियां चुनावों के पहले से EVM में छेड़छाड़ होने की बात करती रही हैं।

गठबंधन

उत्तर प्रदेश में हुए गठबंधन को लेकर कही यह बात

मायावती ने सपा और अजीत सिंह की रालोद के साथ गठबंधन के भविष्य पर कहा कि आगामी रणनीति बनाने के लिये बसपा-सपा और रालोद गठबंधन और दूसरी पार्टियों के साथ रणनीति तैयार की जाएगी। गठबंधन अब चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सभी कार्यकर्ताओं ने इन चुनावों में मेहनत से काम किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद के अजित सिंह ने अपनी पूरी ईमानदारी से काम किया है।

उत्तर प्रदेश

ये रहे हैं उत्तर प्रदेश के नतीजे

उत्तर प्रदेश की कुल 80 लोकसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी को 62 और उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल को 2 सीटें मिली हैं। गठबंधन को 15 (बसपा- 10, सपा- 5) और कांग्रेस को 1 सीट पर जीत मिली है। 2014 के मुकाबले भाजपा को राज्य में केवल 9 सीटों का नुकसान हुआ है, लेकिन पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है। पिछले चुनावों में उत्तर प्रदेश में भाजपा को 42.6% वोट मिले थे, जो इस बार 49.5% हो गए।